चरखी दादरी जिले में हीट वेव का रेड अलर्ट जारी किया गया है। तापमान 44 डिग्री सेल्सियस को पार कर चुका है। जिससे जन जीवन पूरी तरह से प्रभावित हुआ है। वहीं खरीफ फसलों पर भी मौसम की मार देखने को मिल रही है और झुलसाने वाली गर्मी में फसलें नष्ट होने की कगार पर पहुंच चुकी हैं। कृषि विशेषज्ञों ने फसलों में हल्की सिंचाई करने की सलाह दी है। फसलें नष्ट होने की कगार पर
बता दे कि नौ-तपा के दौरान हुई बारिश के बाद मौसम में आए एकाएक बदलाव से गर्मी का प्रकोप बढ़ गया है। जिले में हीट वेव का रेड अलर्ट जारी किया गया है। यहां पारा 44 डिग्री सेल्सियस को पार कर गया है। लू के थपेड़ों ने जन-जीवन पर काफी असर डाला। गर्मी के कारण खरीफ की फसलों पर भी प्रतिकूल प्रभाव पड़ा है। मौसम व कृषि विभाग ने 15 जून तक रिकार्ड गर्मी पड़ने की बात कही वहीं गर्मी से बचाव के लिए फसलों में हल्की सिंचाई करने की सलाह दी है। गर्मी से जनजीवन प्रभावित बता दें कि मौसम विभाग पहले ही लू चलने का अनुमान जता चुका है। इस सीजन में पहली बार न्यूनतम तापमान 30 का आंकड़ा पार कर 31 डिग्री सेल्सियस पर पहुंचा है। वीरवार को चरखी दादरी में अधिकतम तापमान करीब 44 डिग्री तक पहुंच गया। गर्मी से बचाव के लिए लोग पेय पदार्थों का सेवन करते नजर आए। गर्मी बढऩे के साथ ही बाजारों में लोग अपने मुंह पर कपड़ा ढककर निकलते नजर आए। गर्मी में बिजली कटौती से भी लोगों की परेशानी बढ़ी है। दिन और रात दोनों समय चल रही हैं गर्म हवाओं के चलते जनजीवन प्रभावित हो रहा है। प्रशासन ने भी गर्मी एवं हीट वेव के दौरान सावधानी बरतने की अपील की है। हल्की सिंचाई करने की सलाह कृषि विशेषज्ञ चंद्रभान श्योराण ने बताया तेज गर्मी से फसलों पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ा है। बीते दिनों किसानों ने खरीफ सीजन की फसल बाजरा,ग्वार, मूंग आदि की बिजाई की थी। तेज गर्मी के कारण ये फसलें नष्ट होने की कगार पर हैं। उन्होंने कहा कि आगामी 15 जून तक नया पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने से तेज़ हवा चलने और गरज-चमक के साथ कहीं-कहीं हल्की बारिश एवं बूंदाबांदी होने की संभावना है। बताया कि मौसम में बदलाव नहीं हुआ तो फसलों को काफी नुकसान होगा। ऐसे में गर्मी से बचें और फसलों के बचाव को लेकर हल्की सिंचाई जरूर करें।
हीटवेव का रेड अलर्ट दादरी में पारा 44 के पार:खरीफ फसलें नष्ट होने की कगार, कृषि विशेषज्ञों की सलाह हलकी सिंचाई करें
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