कहते हैं कि अगर कुछ करने और मन में सेवा का भाव हो तो तो पूरी कायनात भी साथ देती है, इसकी जीती जागती तस्वीरें उत्तर प्रदेश के जनपद शामली से सामने आई है. राजू नाम का दिव्यांग व्यक्ति पिछले करीब 10 सालों से कावड़ यात्रा पर निकले शिव भक्तों को फ्री में चाय पिला रहे हैं.
राजू तकरीबन 3 किलोमीटर का रोज सफर तय कर शिव भक्तों की थकान मिटाने के लिए उन्हें फ्री में चाय पिलाते हैं. इस सेवा भाव को देखते हुए शिव भक्तों ने भी राजू की तारीफ की ओर बोले बहुत अच्छी सेवा है.
आपको बता दें कि श्रावण का पवन माह चल रहा है, लाखों की तादात में शिव भक्त कावड़िया हरिद्वार से गंगाजल लेकर शामली से होते हुए हरियाणा और राजस्थान अपने गंतव्य की तरफ बढ़ रहे हैं.
शिव भक्तों की सेवा करने के लिए कावड़ मार्ग पर जगह-जगह शिविर लगाए गए हैं लेकिन हम आपको जो तस्वीर दिखाने वाले हैं वह तस्वीर जनपद शामली की है.
दस सालों से शिव भक्तों की कर रहे हैं सेवाएंशामली के कस्बा बनत के रहने वाले राजू नाम के दिव्यांग व्यक्ति पिछले करीब 10 सालों से शिव भक्तों को उनकी थकान मिटाने के लिए निशुल्क चाय पिला रहे हैं. वह इलेक्ट्रिक बाइसिकल पर चाय की केतली रखे हुए हैं, इस पर वह चाय डालने वाले गिलास भी रखे हुए हैं. वह अपने कस्बा बनत से शामली शहर के हनुमान धाम तक कावड़ मार्ग पर शिव भक्तों को उनकी थकान मिटाने के लिए चाय पिलाते हैं.
शिव भक्त जब सफर के दौरान शिविर में आराम करते हैं तो राजू उस शिविर में पहुंचकर शिव भक्तों को तुरंत चाय देते हैं, ताकि पैदल चलकर शिव भक्तों को हुई थकान दूर की जा सके.
राजू अपने कस्बा बनने में ही इलेक्ट्रिशियन का काम करते हैं. राजू के इस सेवा भाव को देखते हुए जहां स्थानीय लोग उनकी प्रशंसा करते हैं तो वही शिव भक्तों ने भी राजू की प्रशंसा की है. प्रशंसकों का कहना है कि दिव्यांग होते हुए भी राजू इस तरह का सेवा भाव अपने मन में रखते हैं यह एक बहुत बड़ी बात है.
कहां से मिली राजू को प्रेरणा?राजू ने बताया कि वह पिछले करीब 10 सालों से इसी तरीके से शिव भक्तों को थकान मिटाने के लिए उन्हें मुफ्त चाय पिला रहे हैं. राजू ने बताया कि उन्हें यह प्रेरणा कहां से मिली? तो उन्होंने बताया कि वह भी कावड़ लेने के लिए गए थे, जब वह वापस आ रहे थे तो उन्होंने देखा कि रास्ते में लोग शिव भक्तों की सेवा में लगे हुए हैं तो बस वही से उन्होंने अपना मन बना लिया कि वह कावड़ लेकर आने वाले शिव भक्तों की सेवा किया करेंगे.
पिछले करीब 10 साल पहले शुरू हुआ उनका सेवा का यह सफर आज भी जारी है. राजू ने बताया कि करीब 10 से 12 लीटर का दूध उनका रोजाना चाय में लगता है. राजू ने बताया कि वह पैसे से एक छोटे इलेक्ट्रीशियन है.
10 सालों से कांवड़ियों को मुफ्त चाय पिला रहे शामली के दिव्यांग राजू, रोजाना तय करते हैं 3KM सफर
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