Operation Sindoor: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम हमले के बाद भारत ने ऑपरेशन सिंदूर से पाकिस्तान को मुंहतोड़ जवाब दिया है. चार दिनों में ही भारतीय सेना ने अपने शौर्य और पराक्रम से पाकिस्तान को घुटनों के बल पर ला दिया. इसके बाद देश भर में तिरंगा शौर्य यात्राएं निकालकर ऑपरेशन सिंदूर की सफलता का जश्न मनाया जा रहा है और हर देशवासी भारतीय सेना का मनोबल बढ़ा रहा है.
इसी कड़ी में प्रयागराज की बेटी और देश की सबसे कम उम्र की स्काई डाइवर अनामिका शर्मा ने अपने अलग अंदाज में देश की सेना और देश के लोगों का मनोबल बढ़ाने का कार्य किया है. अनामिका शर्मा ने विदेश की धरती थाइलैंड के बैंकाक में आपरेशन सिंदूर के समर्थन में “आपरेशन सिंदूर” का झंडा लेकर आसमान से 14000 फीट से छलांग लगाई है. यह कारनामा अनामिका शर्मा ने गुरुवार को भारतीय समय के अनुसार सुबह 11 बजे के करीब किया है. अनामिका शर्मा भारत की अकेली महिला स्काई डाइविंग प्रशिक्षक के स्काई डाईवर का खिताब अपने नाम दर्ज कराने वाली हैं.
महाकुम्भ में भी किया था कारनामा
अनामिका शर्मा उत्तर प्रदेश के प्रयागराज की निवासी है और प्रदेश के मुखिया मुख्यमंत्री योगी की कार्य शैली से बहुत प्रभावित रहती हैं. सीएम योगी का नेतृत्व प्रदेश के युवाओं को प्रेरित करता है. अभी हाल ही में समापन हुआ है महाकुंभ का जिसमें अनामिका शर्मा ने “सर्व सिद्धि प्रदः कुंभ ” का ध्वज लेकर बैंकॉक के आसमान से ही संपूर्ण संसार को कुंभ में आने का निमंत्रण दिया था. अनामिका के इस योगदान को उत्तर प्रदेश की सरकार, मेला प्रशासन सहित पूरे देश ने सराहा था.
राम मंदिर का भी ध्वज फहराया था
इससे पहले जनवरी 2024 में संगमनगरी की 23 वर्षीय स्काई डाइवर अनामिका शर्मा ने भी विदेशी धरती पर राम मंदिर का ध्वज फहराते हुए अनूठे तरीके से अपनी खुशी जाहिर की है. अनामिका ने थाईलैंड में 13 हजार फीट की उंचाई से राम मंदिर के ध्वज के साथ स्काई डाइव कर अपनी आस्था और खुशी को दुनिया के सामने जाहिर किया था. थाईलैंड वही देश है जो, हनुमानजी को अपना रक्षक मानता है.
यूएसपीए यानि यूनाइटेड स्टेट पैराशूट एसोसिएशन का सी कैटेगरी का स्काई डाइविंग लाइसेंस प्राप्त कर चुकीं अनामिका ने इसके पहले रोडियो स्काई डाइव जंप कर इतिहास रचा था. उन्होंने थाईलैंड के रेयांग शहर में आसमान से 13000 फीट की ऊंचाई से जय श्रीराम के जयकारे के साथ छलांग लगाई थी. इस दौरान उनके हाथ में राम मंदिर का ध्वज भी था. अनामिका ने बताया कि प्रभु श्री राम की प्राण प्रतिष्ठा को लेकर वह बहुत उत्साहित हैं. भगवान राम के भव्य राम मंदिर को सम्मान देने के लिए ही उन्होंने ध्वज के साथ छलांग लगाई है.
अनामिका ने अपनी पहली स्काई डाइविंग महज दस वर्ष की उम्र में ही की थी. अब तक वह 300 स्काई डाइव पार कर चुकी हैं. स्काई डाइविंग का हुनर अनामिका ने अपने पिता अजय शर्मा से सीखा है. वह भारतीय वायुसेना से सेवानिवृत्त जूनियर वारंट ऑफिसर, प्रशिक्षित कमांडो और प्रफेशनल स्काई डाइवर हैं. अजय अब तक 650 बार स्काई डाइविंग कर चुके हैं.