गाजियाबाद में फर्जी दूतावास चलाने के मामले में गिरफ्तार हर्षवर्धन जैन पूछताछ में नोएडा एसटीएफ के सामने रोज नए राज खोल रहा है. पुलिस सोमवार (28 जुलाई 2025) अदालत में हर्षवर्धन जैन की हिरासत की मांग करेगी. पुलिस के अनुसार, जैन लगभग 300 करोड़ रुपये के घोटाले में शामिल हो सकता है. यह घोटाला विदेश में लोन दिलाने के नाम पर किया गया.
सऊदी के आर्म्स डीलर से सांठगांठ
एसटीएफ के अधिकारियों के अनुसार आरोपी के आवास से ऐसे दस्तावेज मिले हैं, जिससे पता है कि उसने हसान अली सैयद के साथ मिलकर विदेशों में बहुत सी कंपनियां रजिस्टर्ड कराई हैं. अभी तक उसके 25 कंपनियों और बैंक खातों की जानकारी सामने आ चुकी है. उसने 10 सालों में 162 बार विदेश यात्रा की है. फर्जी दूतावास पर छापेमारी के दौरान, पुलिस को हर्षवर्धन जैन की चर्चित व्यक्ति चन्द्रास्वामी और सऊदी आर्म्स डीलर अदनान खगोशी के साथ तस्वीरें मिली.
चन्द्रास्वामी वित्तीय अनियमितताओं के आरोप में वे जांच के घेरे में आए और 1996 में उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया था. उनके आश्रम पर छापेमारी में आर्म्स डीलर खशोगी के साथ लेन-देन का भी खुलासा हुआ. चंद्रास्वामी पर पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की हत्या के लिए फंड मुहैया कराने का भी आरोप था.
यूपी एसटीएफ ने जांच में पाया कि चंद्रास्वामी ने ही हर्षवर्धन जैन को खसोगी और ठग अहसान अली सईद से मिलवाया था. सईद पर आरोप है कि उसने हर्षवर्धन के साथ मिलकर 25 फर्जी कंपनियां खोलीं जिनका इस्तेमाल मनी लॉन्ड्रिंग के लिए किया गया. अहसान अली सईद का जन्म हैदराबाद में हुआ था, लेकिन बाद में वह तुर्किए का नागरिक बन गया.
300 करोड़ के घोटाले की जांच कर रही पुलिस
अहसान सईद स्विट्जरलैंड में वेस्टर्न एडवाइजरी ग्रुप नामक एक कंपनी चलाता था, जो दूसरी कंपनियों से संपर्क करके उन्हें ब्रोकरेज के बदले कर्ज दिलाने का वादा करती थी. आरोप है कि इस कंपनी ने 2.5 करोड़ पाउंड यानी करीब 300 करोड़ रुपये की ब्रोकरेज वसूली की और स्विट्जरलैंड से भाग गई. उसे 2022 में लंदन में गिरफ्तार किया गया था. पुलिस अब इस बड़े घोटाले में हर्षवर्धन जैन की संलिप्तता की जांच कर रही है. इससे पहले पुलिस को पता चला था कि जैन नेटवर्किंग के लिए फर्जी दूतावास का इस्तेमाल करता था और लोगों को नौकरी का लालच देता था.
हर्षवर्धन जैन ने 162 बार की विदेश यात्रा
हर्षवर्धन जैन ने 2005 से 2015 के बीच 162 बार विदेश की यात्रा की. इस दौरान उसने 19 देशों का दौरा किया. हर्षवर्धन सबसे ज्यादा 54 बार यूएई, 22 बार यूके का दौरा किया. इसके अलावा उसने इटली, सेबोर्गो, इंडोनेशिया, सऊदी अरब, सिंगापुर, मलेशिया, जर्मनी, थाइलैंड, पोलैंड, श्रीलंका, तुर्किए, मॉरीशस, फ्रांस, कैमरून और पोलैंड का यात्रा की.
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300 करोड़ का घोटाला, 162 बार विदेश यात्रा, सऊदी के आर्म्स डीलर से सांठगांठ… फर्जी दूतावास मामले में खुले बड़े राज
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