भास्कर न्यूज | अमृतसर पांच तख्तों की यात्रा साइकिल पर पूरी करके 63 दिन बाद अमृतसर पहुंचे 66 वर्षीय मंगल सिंह का गोल्डन गेट पर जोरदार स्वागत किया गया। टर्बोरेटर ग्रुप द्वारा बुजुर्ग मंगल सिंह का मुंह मीठा कर उनका शहर में वापस लौटने पर भव्य स्वागत किया गया। मंगल सिंह टूरिज्म डिपार्टमेंट से रिटायर्ड हैं और लोहारका रोड एनआरआई कॉलोनी में रहते हैं। उनका खुशहाल परिवार है। उनके बेटी और बेटियां सब सैटल्ड है। मंगल सिंह की साइकिल यात्रा का उद्देश्य मिसाल यूथ को नशे से बाहर निकालना और धार्मिकता के मार्ग पर लाना है। मंगल सिंह ने बताया कि पंजाब में नशे के दरिया में युवा बह रहे हैं। यूथ को धार्मिकता में उभारने और नशे की लत से बाहर निकालने के लिए उन्होंने 5 तख्तों की यात्रा साइकिल पर करने का निर्णय लिया था। इसी उद्देश्य के साथ वह अमृतसर से 16 अप्रैल को श्री अकाल तख्त साहिब से अरदास कर निकले थे। इस दौरान वह तख्त श्री दमदमा साहिब (तलवंडी साबो), तख्त श्री हजूर साहिब (नांदेड़), पोंडा साहिब, श्री केशगढ़ साहिब (आनंदपुर) वहां से फिर वापस अमृतसर पहुंचा है। उन्होंने 5000 किलोमीटर की यात्रा 63 दिनों में पूरी की है। इस दौरान वह फिर अकाल तख्त साहिब अरदास करने के बाद वापस घर लौटेंगे। मंगल सिंह ने बताया कि यात्रा के दौरान उन्हें किसी भी तरह की शारीरिक बीमारी से पीड़ित नहीं होना पड़ा। साइकिल ने भी अच्छा साथ दिया। पहाड़ी इलाका होने के कारण साइकिल का तीन बार टायर बदलना पड़ा। पिछले टायर की ट्यूब 4 बार बदलनी पड़ी। आगे वाले टायर की ट्यूब भी एक बार बदली। वह मुंबई में 2 दिन रिश्तेदार के जहां भी रुके थे। वहीं उनके स्वागत में पहुंचे टर्बोरेटर ग्रुप से रिटायर्ड एडिशन डिप्टी कमिश्नर तजिंदर पाल सिंह संधू ने कहा कि उन्हें खुशी है कि ऐसे रोल मॉडल यूथ के लिए एक प्रेरणा स्रोत हैं। उन्होंने कहा कि यूथ को अपनी सेहत का खास ध्यान रखना चाहिए और साइकिल के द्वारा रोजाना तंदुरुस्ती भरा जीवन जीना चाहिए। उनका ग्रुप भी निरंतर 40 से 50 किलोमीटर की यात्रा हर 15 दिन में यात्रा करता रहता है। इस अवसर पर ट्रैफिक एजुकेशन सैल से सब इंस्पेक्टर दिलजीत सिंह मौजूद थे।
5000 किमी के सफर में 3 बार साइकिल का टायर और 5 बार ट्यूब बदली, बाकी कोई परेशानी नहीं हुई
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