थाना सदर और एयरपोर्ट की पुलिस ने 4 तस्करों को काबू करके 6 किलो 106 ग्राम हेरोइन बरामद की है। जांच में आरोपियों का आपस में लिंक सामने आया। आरोपियों की पहचान सर्बजीत सिंह उर्फ जोबन, धर्म सिंह और कुलबीर सिंह के रूप में हुई है जबकि एक नाबालिग है। मेन तस्कर सर्बजीत सिंह 5 साल से नशा-हथियार तस्करी का काम करता आ रहा था। तस्करी में कमाए 40 लाख रुपए लगाकर सर्बजीत करीब 2 साल पहले डोंकी के जरिए अमेरिका भाग गया था, लेकिन ट्रंप सरकार की आेर 6 माह पहले डिपोर्ट कर वापस भेज दिया था। आरोपी ने भारत लौटने के बाद दोबारा से तस्करी का काम शुरू कर दिया था। पुलिस कमिश्नर गुरप्रीत सिंह भुल्लर ने बताया कि थाना छेहर्टा एसएचओ विनोद शर्मा ने टीम के साथ एक किलो हेरोइन के साथ सर्बजीत सिंह उर्फ जोबन और एक नाबालिग को काबू किया। थाना एयरपोर्ट एसएचओ कुलजीत कौर ने टीम के साथ मिलकर दूसरे मामले में 5.106 किलो हेरोइन के साथ धर्म और कुलबीर को काबू किया। जब आरोपियों से पूछताछ की तो पता चला कि यह खेप सर्बजीत सिंह ने उन्हें दी थी। सर्बजीत सिंह 5 साल से हेरोइन और हथियार पाकिस्तानी तस्कर राणा से मंगवाकर सप्लाई करता था। सर्बजीत को आज से 3 साल पहले घरिंडा पुलिस ने 10 ग्राम हेरोइन के साथ काबू किया था। जिसके बाद आरोपी 2 महीने के बाद ही जमानत पर बाहर आ गया था। पर्चा दर्ज होने के बाद भी सर्बजीत सिंह डोंकी लगाकर विदेश भाग गया था। सर्बजीत सिंह ने अजनाला में एक किराये पर मकान ले रखा था। बार्डर राजाताल में पाकिस्तानी से ड्रोन के जरिए भेजी खेपों को बरामद कर मकान में बैड के अंदर बनाए बॉक्स में छिपाकर रखता था। इसके अलावा मकान के साथ एक खाली प्लाट भी लिया था। कुछ खेपों को उसी प्लाट में दबाकर रखता था। सीपी भुल्लर ने बताया कि सर्बजीत सिंह इतना शातिर है कि जब पाकिस्तानी से जो खेप आती थी तो सप्लाई के बाद मोबाइल से सारा डाटा डिलीट कर देता था।
6 माह पहले अमेरिका से डिपोर्ट सर्बजीत फिर कर रहा था तस्करी
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