भास्कर न्यूज | अमृतसर पूर्व कैबिनेट कुलदीप सिंह धालीवाल दो गांव मजूपुरा और संगतपुरा में नशा मुक्ति यात्रा रैली में शामिल हुए। उन्होंने कहा कि 1 मार्च से शुरू हुआ यह नशा विरोधी युद्ध अब 1 अगस्त से तीसरे चरण में प्रवेश करने जा रहा है। प्रदेश भर के स्कूलों में 9वीं से 12वीं तक की कक्षाओं में पढ़ने वाले लगभग 8 लाख छात्रों के पाठ्यक्रम में विशेष नशा विरोधी जागरूकता विषय शामिल किया गया है। यह विषय 6500 प्रशिक्षित अध्यापक पढ़ाएंगे। पाठ्यक्रम की राज्य स्तरीय औपचारिक शुरुआत 1 अगस्त को आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल व सीएम भगवंत मान फाजिल्का जिले के अरनीवाला गांव से संयुक्त रूप से करेंगे। यह देश का पहला और अनोखा पाठ्यक्रम नोबेल पुरस्कार विजेता अभिनीत चटर्जी और उनकी संस्था के सहयोग से तैयार किया गया है। ताकि नशा तस्करों की “नर्सरी” ही पैदा न हो। उन्होंने बताया कि इस पाठ्यक्रम को राज्यव्यापी लागू करने से पहले अमृतसर और तरनतारन जिलों के 78 स्कूलों में 6900 विद्यार्थियों पर पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर लागू किया गया था, जिसके नतीजे अत्यंत सकारात्मक रहे।
6500 टीचर कल से 8 लाख छात्रों को पढ़ाएंगे नशा विरोधी जागरूकता पाठ्यक्रम : धालीवाल
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