यमुनानगर पुलिस ने अवैध खनन और ओवरलोड वाहनों के परिवहन में शामिल दो व्यक्तियों को कुरुक्षेत्र के पिपली से गिरफ्तार किया है। दोनों आरोपी वॉट्सऐप ग्रुप्स के जरिए सरकारी अधिकारियों की रेकी कर अवैध खनन और ओवरलोड वाहनों का परिवहन करते थे। आरोपियों ने जय श्री राम, जय श्री श्याम और जय माता नाम से ग्रुप बना रखे थे। आरोपी वाहन मालिकों से अधिकारियों की लोकेशन देने के लिए प्रति माह 1000-1500 रुपए वसूल करते थे। आरोपियों की पहचान सूरजभान निवासी गांव चौगावा, करनाल और हरिराम निवासी गांव ज्योतिसर, कुरुक्षेत्र के रूप में हुई है। दोनों के खिलाफ यमुनानगर के जठलाना पुलिस स्टेशन में FIR दर्ज कर ली है। अधिकारियों की सरकारी व प्राइवेट गाड़ियों पर रखते थे नजर जानकारी अनुसार जठलाना थाना पुलिस अन्य किसी मामले में जांच के लिए पिपली गई हुई थी। तभी उन्हें सूचना मिली कि थाना जठलाना के क्षेत्र से सूरजभान और हरिराम दलालों के माध्यम से चैकिंग विभाग के अधिकारियों वा कर्मचारियों (जैसे मुख्यमंत्री उड़न दस्ता, आरटीए, माइनिंग वा सेल टैक्स वगैरह) के प्राईवेट एवं सरकारी वाहनों की रेकी करते हैं। आरोपी ऐसा करके अपने ओवरलोड वा अवैध खनन खनिज की गाड़ियां निकलवाने का व्यापार करते हैं। यह काम वें वॉट्सऐप ग्रुपों के जरिए करते हैं। सूचना मिली की आज कुछ गाड़ियां रेत लोड करने गुमथला राव गई हुई हैं। वॉट्सऐप से जुड़े हुए थे ड्राइवर दोनों आरोपी गाड़ियों को चोरी छिपे निकालते हुए गुमथलाराव से इंद्री करनाल से होते हुए कुरुक्षेत्र लाएंगे। इस गाड़ियों के ड्राइवर वॉट्सऐप ग्रुप में जुड़े हुए हैं। यदि रेड की जाए तो दोनों आरोपियों को काबू किया जा सकता है। सूचना के आधार पर यमुनानगर पुलिस उमरी चौक कुरुक्षेत्र पहुंची। वहां पर एक नई कार वेन्यू कार दिखाई दी। कार के अंदर दोनों आरोपी बैठे मिले। पुलिस ने कहा कि तुम दोनों अधिकारियों की रेकी करते हो। ऐसे में दोनों आरोपी मुकर गए और बोले की वे यह कार्य नहीं करते चाहे जांच करवा लो। जय श्री राम, जय श्री श्याम और जय माता नाम से बना रखे थे ग्रुप दोनों आरोपियों को पकड़कर जठलाना थाने लाया गया। यहां जांच में पाया गया कि दोनों आरोपी जय श्री राम, जय श्री श्याम और जय माता जैसे नामों से वॉट्सऐप ग्रुप्स चला रहे थे, जिनमें सैकड़ों सदस्य शामिल थे। जय श्री राम ग्रुप में 23 मई से लेकर 10 जून तक की कुछ ऑडियो रिकार्डिंग भी मिली हैं। इन ग्रुप्स में RTA, माइनिंग, और अन्य चेकिंग अधिकारियों की लोकेशन साझा की जाती थी, ताकि ओवरलोड और अवैध खनन की गाड़ियों को बचाया जा सके। सूरजभान के दो मोबाइल फोनों (वीवो और सैमसंग) और हरिराम के एक मोबाइल (वीवो) से इन ग्रुप्स की जानकारी मिली, जिनमें कई एडमिन और अंतरराष्ट्रीय सिम नंबर भी शामिल थे। जठलाना पुलिस ने दोनों आरोपियों को हिरासत में लेकर उनके मोबाइल फोन जब्त कर लिए हैं। आरोपी इन तीन ग्रुप्स के अलावा और भी 14-15 ग्रुप अलग-अलग नाम से चल रहे थे। जांच में पता चला की आरोपी लोकेशन देने की एवज में वाहन मालिकों से प्रति माह 1000-1500 रुपए वसूल किया करते थे।
यमुनानगर पुलिस ने अधिकारियों की रेकी करने वालों को पकड़ा:जय श्री राम और जय माता नाम से बना रखे थे वॉट्सऐप ग्रुप, लोकेशन करते थे शेयर
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