हरियाणा के नूंह जिले के गांव हुसैनपुर के सबसे कम आयु के सरपंच पर असामाजिक तत्वों ने जानलेवा हमला कर दिया। सरपंच हमले में बाल-बाल बचे। आरोप है कि हमला एक कोर्ट केस में गवाही देने से रोकने के लिए किया गया था। पुलिस ने सरपंच की शिकायत पर दो लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर एक आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। घटना गांव अड़बर की है। पानी पीने के दौरान किया हमला हुसैनपुर गांव के सरपंच फरीद गांव सतपूतियाका (दोनों गांवों की संयुक्त पंचायत है) के रहने वाले हैं। उन्होंने पुलिस को दिए बयान में बताया कि वह अपने गांव लौट रहे थे। राह में कुछ लोग छबील लगाकर पानी पिला रहे थे। उनके कहने पर वह भी वहां खड़े हो गए। आरोप है कि इस बीच गांव अडबर का रहने वाला सहाबू पहलवान अपने साथी साहून के साथ आया और उसकी पिटाई शुरू कर दी। आसपास मौजूद लोगों ने काफी प्रयास के बाद उन्हें किसी तरह से मुक्त करवाया तो सहाबू पहलवान ने कोर्ट में उसके खिलाफ गवाही देने पर गोली मारने की धमकी दी। घायल सरपंच को प्राथमिक उपचार के बाद अस्पताल से छुट्टी दे दी गई। 2021 में सरपंच के भाई पर किया था जानलेवा हमला उसी में वह गवाह सरपंच ने आरोप लगाया कि आरोपी अखाड़े के नाम पर बदमाशी का अड्डा चलाता है। उन्होंने आरोप लगाया कि वर्ष 2021 में आरोपी सहाबू पहलवान ने उनके भाई पर जानलेवा हमला किया था। इस मामले में वह प्रत्यक्षदर्शी के तौर पर गवाह हैं। इससे पहले वर्ष 2024 में आरोपी उक्त मामला वापस लेने लिए उनके अब्बू अख्तर हुसैन के साथ भी मारपीट कर चुका है। सरपंच ने आरोपी से अपनी जान को खतरा भी बताया। उनकी शिकायत पर नूंह सदर थाना पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर सहाबू पहलवान को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया,जबकि दूसरे आरोपी की तलाश की जा रही है। 28 साल सरपंच की उम्र गौरतलब है कि वर्ष 2022 में हुए चुनावों में सतपूतियाका गांव के रहने वाले फरीद को हुसैनपुर गांव का सरपंच चुना गया था। इन दोनों गांवों की पंचायत एक ही है। निर्वाचन के समय फरीद की आयु 28 वर्ष थी। वह 12वीं कक्षा तक पढ़े हैं और गांव में उनके द्वारा करवाए जा रहे विकास कार्य अक्सर चर्चा में रहते हैं।
नूंह में सबसे कम उम्र के सरपंच के साथ मारपीट:कोर्ट में गवाही देने से रोकने के लिए किया हमला,आरोपी अरेस्ट
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