करनाल के सेक्टर-13 से शुक्रवार को हैंड ग्रेनेड के साथ पकड़े गए दोनों युवकों का भानू राणा गैंग से जुड़े होने का खुलासा हुआ है। एक युवक गाड़ियों की सेल-परचेज का काम करता है, जबकि दूसरा पढ़ाई पूरी कर विदेश जाने की प्लानिंग बना रहा था। दोनों को एसटीएफ टीम ने गुप्त सूचना के आधार पर पकड़ा और शनिवार को करनाल कोर्ट में पेश किया। एसटीएफ टीम ने शुक्रवार को करनाल के सेक्टर-13 क्षेत्र से दोनों युवकों दीपेंद्र प्रताप उर्फ दीपन और अदम्य को उस समय राउंडअप किया, जब उनके पास से एक खतरनाक हैंड ग्रेनेड बरामद हुआ। इस हथगोले को तुरंत डिफ्यूज करने का निर्णय लिया गया। इसके लिए इंद्री रोड पर स्थित एक खाली खेत को चुना गया। वहां पर बम निरोधक दस्ते को बुलाकर ग्रेनेड को डिफ्यूज कराया गया। सुरक्षा इंतजामों के बीच खेत में किया गया विस्फोट डिफ्यूजन प्रक्रिया के दौरान मौके पर कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई थी ताकि किसी भी प्रकार की जनहानि न हो। बम निरोधक टीम की निगरानी में ग्रेनेड को खेत के बीच में डिफ्यूज किया गया, जिसमें तेज धमाका हुआ। इसके बाद टीम ने घटनास्थल से ग्रेनेड के बचे हुए टुकड़े भी एकत्र किए। यह पूरा ऑपरेशन बेहद सावधानी से किया गया। कोर्ट से मिला 7 दिन का पुलिस रिमांड, STF करेगी पूछताछ शनिवार को STF ने दोनों आरोपियों को करनाल कोर्ट में पेश किया। कोर्ट ने दोनों को 7 दिन की पुलिस रिमांड पर भेज दिया। इस दौरान STF यह पता लगाने की कोशिश करेगी कि ये हथगोला आरोपियों के पास कहां से आया, इसे लाने के पीछे मकसद क्या था और इसका उपयोग कहां किया जाना था। हालांकि शुरुआती जांच में पुलिस को दोनों के खिलाफ कोई आपराधिक रिकॉर्ड नहीं मिला है, लेकिन STF अभी हर एंगल से जांच कर रही है। जांच के दायरे में इनकी कॉल डिटेल, सोशल मीडिया गतिविधियां और बैंकिंग ट्रांजैक्शन भी शामिल किए गए हैं। पूछताछ के बाद होगा खुलासा एसटीएफ के जांच अधिकारी अंकित ने बताया कि दीपेंद्र प्रताप और अदम्य से एक हैंड ग्रेनेड बरामद हुआ है। जिसे इंद्री रोड पर खेतों में डिफ्यूज किया गया। दोनों संदिग्धों को गहन पूछताछ के लिए पुलिस रिमांड पर लिया गया है। पूछताछ के बाद ही इस केस में बड़ा खुलासा हो सकेगा।
करनाल में हैंड ग्रेनेड मामले में खुलासा:आरोपी भानू-राणा गैंग के सदस्य, एक गाड़ी डीलर, दूसरा विदेश जाने की तैयारी में था
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