पहलगाम आतंकी हमले में शहीद आदिल के परिवार को मिला सहारा, पत्नी को LG मनोज सिन्हा ने दी सरकारी नौकरी

by Carbonmedia
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LG Manoj Sinha News: जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने शनिवार को 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले के पीड़ितों में से एक सैयद आदिल हुसैन के घर का दौरा किया और राज्य के समर्थन के तौर पर आदिल की पत्नी को सरकारी नौकरी का पत्र सौंपा. इस दौरान उपराज्यपाल के साथ वरिष्ठ पुलिस और सिविल अधिकारी भी थे.
उपराज्यपाल सिन्हा ने दौरे के बाद पत्रकारों से बात करते हुए कहा, “यह दौरा एक गंभीर प्रतिबद्धता थी. हमने परिवार को हर संभव सहायता का आश्वासन दिया था और आज का कदम दुख की इस घड़ी में उनके साथ खड़े होने के हमारे प्रयासों को दर्शाता है.” 

The Govt job to martyr Adil’s wife symbolizes our deep gratitude and I’ve assured his family members of concrete measures and continuous support so that they may live a life of dignity. pic.twitter.com/3hMLpHTi6R
— Office of LG J&K (@OfficeOfLGJandK) June 14, 2025

मत्स्य पालन विभाग में किया गया है नियुक्त आदिल 22 अप्रैल को बैसरन घाटी में हुए आतंकी हमले में 25 पर्यटकों के साथ मारा गया था और आदिल के परिवार को सरकार की ओर से पूरी सहायता का आश्वासन दिया गया था. आदिल के बलिदान को सम्मान देने के लिए वक्फ बोर्ड ने पहले ही उसके भाई को नौकरी दे दी है और आज उपराज्यपाल सिन्हा ने आदिल हुसैन की पत्नी को नियुक्ति पत्र सौंपा, जिन्हें जम्मू-कश्मीर सरकार के मत्स्य पालन विभाग में नियुक्त किया गया है.
‘परिवार को वित्तीय सहायता भी की गई प्रदान’उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने कहा, “मैंने आदिल के घर का दौरा किया, जिसने पर्यटकों को बचाते हुए एक आतंकवादी हमले में अपनी जान गंवा दी. गृह मंत्रालय द्वारा जम्मू-कश्मीर प्रशासन के माध्यम से उसके परिवार को वित्तीय सहायता भी प्रदान की गई, और कई राज्यों ने भी मदद की. आज, उसकी पत्नी को स्थायी नौकरी दी गई है.” 
सरकारी सहायता का दिया आश्वासन एलजी सिन्हा ने पहलगाम के हापटनार्ड इलाके में आदिल के घर पहुंचकर व्यक्तिगत रूप से संवेदना व्यक्त की और शोक संतप्त परिवार के साथ एकजुटता व्यक्त की. आदिल, जो क्रूर हमले में मारे गए 26 लोगों में से एक था, परिवार का एकमात्र कमाने वाला था. इस यात्रा के दौरान, उपराज्यपाल ने आदिल की पत्नी गुलनाज अख्तर को नियुक्ति पत्र सौंपा और उन्हें पूरी सरकारी सहायता का आश्वासन दिया. 
गुलनाज़ ने सरकार का शुक्रिया करते हुए कहा कि वह सरकारी नौकरी मिलने के आदेश से खुश है.
उन्होंने कहा कि पीड़ित के परिजन को स्थायी नौकरी देने का निर्णय आदिल के बलिदान का सम्मान करने Qj यह सुनिश्चित करने के लिए लिया गया है कि त्रासदी के बाद परिवार को आर्थिक कठिनाई का सामना न करना पड़े.
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