Ashok Gehlot On Rajasthan BJP Kanwar Lal Meena: राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत सड़क मार्ग से जोधपुर पहुंचे. सर्किट हाउस में मीडिया से बात करते हुए मौजूदा मुख्यमंत्री भजनलाल सरकार पर जमकर हमला बोला है. उन्होंने कहा कि राजस्थान में कानून व्यवस्था खस्ता हाल है.
भारत-पाकिस्तान के बीच चल रहे तनाव को लेकर तंज कसते हुए कहा कि अमेरिका के राष्ट्रपति ट्रंप ने अचानक पंचायती कर ली. भारत और पाकिस्तान दोनों ही मुल्क महान है. भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव के सवाल पर कहा कि देश के जो हालात बने हुए हैं.
सर्जिकल स्ट्राइक पर क्या बोले अशोक गहलोत
अशोक गहलोत ने कहा कि इस पर में इतना ही कह सकता हूं कि जो घटनाएं देश मे हुई है एक बड़ी घटना पहलगाम में हुई है. उसके बाद में राहुल गांधी के नेतृत्व में पूरा विपक्ष एकजुट खड़ा मिला. सरकार के साथ खुलकर विपक्ष ने साथ दिया. देश एक जुट हो गया. यह स्थिति बन गई मोदी जी के आने के बाद पहली बार पूरा मुल्क एकजुट हो गया. सर्जिकल स्ट्राइक या पाकिस्तान को सबक सिखाने के मुद्दे पर पक्ष विपक्ष दोनों एक हो गए.
अशोक गहलोत ने कहा कि पूरी दुनिया ने एक जुटता को देखा है. आज लंबे समय के बाद देख रहे हैं कि पूरा मुल्क एकजुट नजर आया है. वह सरकार के साथ खड़ा है. उस माहौल के बावजूद मोदीजी और उनके सरकार ने अचानक ही सीजफायर कर दिया.
अमेरिका के राष्ट्रपति ट्रंप पर साधा निशाना
उन्होंने कहा कि अमेरिका के राष्ट्रपति ट्रंप अचानक बोल पड़े कि हमने सीज फायर करवा दिया है. भारत-पाकिस्तान के तनाव बीच ट्रंप यह भी कह दिया कि कश्मीर का मुद्दा जो हजारों साल से अटका हुआ है. उसको भी सुलझा दूंगा जबकि आजादी के बाद से कश्मीर का मुद्दा शुरू हुआ है. दोनो देशो को व्यापार को लेकर भी मैंने दोनों मुल्कों को दबा बनाया.
अशोक गहलोत ने कहा कि ट्रंप कहते हैं कि हिंदुस्तान पाकिस्तान दोनों महान देश हैं. एक ओर हिंदुस्तान विश्व गुरु बनने की बातें करता है. अमेरिका के राष्ट्रपति ट्रंप ने दोनों को बराबर कर दिया. ट्रंप पंचायती करने लग गए और किसने कहा कि आप सीजफायर करवाइए. जनता सवाल पूछती है. विपक्ष पूछ रहा है, जो ट्रंप ने कहा है उसका इस समय खंडन आना चाहिए. हम भारत-पाकिस्तान के बीच तीसरे मुल्क को बर्दाश्त नहीं करेंगे.
कंवर लाल मीणा के मामले में दिया बयान
सीएम अशोक गहलोत ने कंवर लाल मीणा के मामले में बोलते हुए कहा कि सरकार से निर्णय लेने में देरी हो गई. उसका कोई तुक नहीं है. पूरा देश जानता है कि जो कानून है. जिसमें किसी भी सदस्य को सजा सुनाते हैं. उसकी सदस्यता समाप्त हो जाती है. यह सभी को मालूम था. उसके बावजूद भी स्पीकर साहब ने जो किया वो सभी के सामने है. कानून कहता है कि जैसे ही आपको सजा सुनाई गई. आपको उस दिन से उसकी सदस्यता समाप्त हो जाती है. यह मामला 18-19 साल पुराना है.
इस सजा के पीछे एक मैसेज छुपा हुआ है कि कानून सब को मानना चाहिए हर नागरिक को कानून का पालन करना चाहिए नहीं तो कभी ना कभी इतने सालों बाद 3 साल की सजा हुई है. इस में कुछ भी करो इसमें कानून स्पष्ट है. इसमें सजा स्पष्ट है. सुप्रीम कोर्ट का खुद का निर्णय है. इसमें जिस दिन सजा होगी उस दिन ही उसकी मेंबरशिप समाप्त हो जाएगी. इसमें कोई भी कुछ भी कहे कितने भी प्रयास करें कुछ भी नहीं होने.
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