Rajasthan Suicide Case: राजस्थान के भरतपुर जिले के सेवर स्थित सेंट्रल जेल में 21 मई को फांसी लगाकर आत्महत्या करने वाले कैदी राजवीर के शव का पोस्टमार्टम आज किया गया. दो दिन से मृतक कैदी के परिजन करौली में प्रदर्शन कर रहे थे. दो दिन बाद आज पुलिस और मृतक कैदी के परिजनों के बीच सहमति बनी. इस दौरान कैदी के परिजनों ने करौली पुलिस और सेवर जेल प्रशासन पर कई आरोप लगाए.
दरअसल, राजवीर को करौली कोर्ट ने पॉक्सो के मामले में मरते दम तक जेल में रहने की सजा सुनाई थी. 3 मई को जलने की शिकायत पर जेल प्रशासन द्वारा राजवीर को आरबीएम अस्पताल में भर्ती किया गया था. 4 मई की रात को राजवीर जिला आरबीएम अस्पताल के जेल वार्ड से फरार हो गया था .
19 मई को करौली पुलिस ने राजवीर को पकड़कर भरतपुर की मथुरा गेट थाना पुलिस के हवाले कर दिया था. जिसके बाद 20 मई को राजवीर को कोर्ट में पेश कर उसे फिर से जेल भेज दिया था . 21 मई को राजवीर ने जेल की बैरक नं.5 में फांसी का फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली.
परिजनों ने लगाया आरोप
मृतक कैदी रावी उर्फ़ राजवीर के भाई ओमप्रकाश निवासी नाहरगढ़ थाना सदर करौली ने आरोप लगाते हुए बताया कि राजवीर के गले में जो निशान है वह गमछे का नहीं लगता है. हमें संदेह है कि राजवीर की हत्या कर उसके शव को लटकाया गया है. राजवीर के शव को देखकर लगता है की उसे बहुत प्रताड़ित किया गया है. जब करौली पुलिस ने राजवीर को पकड़ा था तो, उन्होंने भी उसे उसे पीटा होगा. उसके बाद जेल प्रशासन ने भी उसे पीटा है.
क्या कहना है पुलिस का
आईपीएस पंकज यादव ने बताया है की सेवर जेल में पॉक्सो की सजा काट रहे कैदी राजवीर ने जेल में फांसी लगाकर आत्महत्या ली. जिसके शव का आज पोस्टमार्टम करवाया गया है. ऐसे मामले में ज्यूडीशियरी जांच होती है. परिवार वालों को भी आश्वस्त किया जाता है. राजवीर के परिजनों ने सेवर थाना पुलिस को शिकायत दे दी है. मामले में निष्पक्ष कार्रवाई की जाएगी.
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