सतीश कपूर | अमृतसर खंडवाला बिजली घर के अधीन आते मॉडल टाउन इलाके से मंगलवार सुबह 3 बजे ट्रांसफार्मर की अर्थ वायर टूट गई, जिससे अचानक वोल्टेज बढ़ने से लोगों के घरों का इलेक्ट्रानिक सामान जल गया। लोगों ने शिकायत की तो पावरकॉम कर्मचारियों ने आकर अर्थ वायर जोड़कर बिजली चालू की। लोगों का कहना है कि एक माह से बिजली फ्लेक्चुएट हो रही थी, जिसकी शिकायत नोडल कंप्लेंट सेंटर 1912 पर लगातार की गई मगर कोई सुनवाई नहीं हुई। मंगलवार सुबह ज्यादा वोल्टेज आने से घरों में लगे एसी, फ्रिज, कूलर, पंखे, बल्ब, इन्वर्टर समेत अन्य सामान जल गया। उनका हजारों का नुकसान हो गया है। लोगों ने पावरकॉम मैनेजमेंट से जले सामान का हर्जाना देने की मांग की है क्योंकि कर्मचारियों की गलती का खमियाजा उन्हें भुगतना पड़ रहा है। विनोद कुमार का कहना है कि इलाके में एक महीने वोल्टेज कम ज्यादा हो रही थी। जिसकी शिकायत नोडल कंप्लेंट सेंटर 1912 पर की गई थी मगर कोई फायदा नहीं हुआ। वोल्टेज ज्यादा आने से पंखा जल गया अगर पावरकॉम ने यह काम पहले किया होता तो किसी का सामान न जलता। लोगों का कहना है कि अगर बिजली बिल एक दिन लेट हो जाए तो पावरकॉम जुर्माना डाल देता है मगर जेई की लापरवाही से जले सामान का लोगों को हर्जाना पावरकॉम मैनेजमेंट को देना चाहिए। इलाकावासी सुनीता रानी का कहना है कि घर में कई दिनों से वोल्टेज कम ज्यादा होती रहती थी। उन्होंने सोचा कि शायद गर्मी की वजह से ऐसा हो रहा है मगर उन्हें क्या पता कि अर्थ वायर टूटने वाली है। मंगलवार सुबह जैसे ही वह उठे तो देखा कि ज्यादा वोल्टेज आने से कूलर और बल्ब जल गए थे। एसडीओ इंजी. धर्मेंद्र सिंह ने कहा कि सुबह ट्रांसफार्म की अर्थ वायर टूट गई थी, जिसे तुरंत कर्मचारियों ने जाकर जोड़ दिया था। इसकी शिकायत नोडल कंप्लेंट सेंटर 1912 पर न देकर ऑफिस में लिखित आकर देनी चाहिए। वहीं ऐसा कोई प्रावधान नहीं है कि नुकसान का हर्जाना जेई से वसूला जाए। दरबारा सिंह ने बताया कि सुबह करीब साढ़े 4 बजे परिवार के सभी सदस्य छत पर सो रहे थे। इसी बीच अचानक कूलर बंद हो गया। वह से जैसे ही उठे तो कूलर से अजीब सी बदबू आ रही थी। जिसके बाद पता चला कि कूलर जल गया है। ये हाई वोल्टेज के कारण ही जला है। ममता रानी ने बताया कि पति की मौत हो चुकी है और बेटा की कमाई कम है। पहले से ही परिवार का गुजारा मुश्किल से चल रहा है और ऊपर से कूलर 2 पंखे समेत अन्य सामान जल गया है। बिजली ज्यादा आने से पंखे में आग लग गई जिसे बेटी ने बड़ी मुश्किल से बुझाया। पैसे की कमी से अब जला सामान रिपेयर नहीं होगा और गर्मियां बिना पंखे कूलर के गुजारनी पड़ेंगी। सब्जी का काम करने वाले सुधीर के मुताबिक सुबह पंखे एकदम तेज हो गए और उनमें से आवाज आने लगी। जैसे ही वह उन्हें बंद करने को उठे तो पंखे खुद ही बंद हो गए जो बाद में नहीं चले। कारीगर को दिखाए तो वह बोला कि दोनों पंखें जल गए है वाईडिंग करने पड़ेंगे। जिनपर 1600 रुपए खर्च हो। साथ में मोबाइल का चार्जर भी जल गया।
ट्रांसफार्मर की अर्थ वायर टूटने से बढ़ी वोल्टेज, जले उपकरण
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