PM Modi On Kashmir: भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अमेरिकी के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से फोन पर बात की और उन्हें स्पष्ट रूप से कहा कि ऑपरेशन सिंदूर पाकिस्तान के अनुरोध पर रोका गया था. पीएम मोदी ने एक बार फिर कश्मीर मुद्दे को लेकर ट्रंप को दो टूक जवाब दिया है. पीएम मोदी ने ट्रंप को साफ-साफ कहा कि भारत ने कभी तीसरे पक्ष की मध्यस्थता स्वीकार नहीं की और भविष्य में भी ऐसी कोई मध्यस्थता स्वीकार नहीं करेगा.
पीएम मोदी ने ट्रंप से कहा कि ऑपरेशन सिंदूर पाकिस्तान के अनुरोध पर रोका गया था न कि अमेरिका की ओर से मध्यस्थता या किसी व्यापार समझौते की पेशकश के कारण रोका.
आतंकवाद का समर्थन करने वालों को भुगतना पड़ेगा परिणाम
भारत और पाकिस्तान के बीच 10 मई को हुए सीजफायर का क्रेडिट ट्रंप कई बार खुद को दे चुके हैं. भारत ने हर बार अमरिकी राष्ट्रपति के दावों को खारिज करते हुए कहा कि पाकिस्तान के गिड़गिड़ाने के बाद भारत सीजफायर के लिए तैयार हुआ था.
डोनाल्ड ट्रंप के साथ फोन पर 35 मिनट तक हुई बातचीत में पीएम मोदी ने अमेरिकी राष्ट्रपति को पाकिस्तान में आतंकी ठिकानों के खिलाफ शुरू किए ऑपरेशन सिंदूर के बारे में जानकारी दी और यह स्पष्ट किया कि आतंकवाद का समर्थन करने वाले देशों को उसका परिणाम भुगतना पड़ेगा.
2019 में अमेरिकी राष्ट्रपति ने किया था दावा
भारत ने हमेशा कहा है कि कश्मीर पर तीसरे पक्ष की भूमिका की कोई गुंजाइश नहीं है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इससे पहले साल 2019 में भी कश्मीर के मुद्दे पर डोनाल्ड ट्रंप को करारा जवाब दिया था. ट्रंप ने अपने पिछले कार्यकाल में कहा था कि पीएम मोदी ने उन्हें लंबे समय से पाकिस्तान के साथ चले आ रहे कश्मीर मुद्दे पर मध्यस्ता कराने के लिए कहा था. उन्होंने ये बात व्हाइट हाउस में पाकिस्तान के तत्कालीन पीएम इमरान खान के सामने कही थी.
ट्रंप के बगल में बैठकर पीएम मोदी ने दिया दो टूक जवाब
उनके इस बयान के बाद पीएम मोदी ने उस समय फ्रांस में हुए जी-7 की बैठक में ट्रंप के बगल में बैठकर उन्हें इस मुद्दे से दूर रहने के लिए कहा था. पीएम मोदी ने कहा था, “भारत और पाकिस्तान के बीच कई द्विपक्षीय मुद्दे हैं इसलिए हम दुनिया के किसी भी देश को इसके लिए कष्ट नहीं देते हैं. भारत और पाकिस्तान जो 1947 से पहले एक ही थे हम दोनों अपनी समस्याओं पर बात और समाधान दोनों कर सकते हैं.”
पांच साल पहले विदेश मंत्री ने भी दिया था जवाब
मध्यस्थता को लेकर डोनाल्ड ट्रंप के बयान पर करीब 5 साल पहले भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने अमेरिका का जवाब दिया था. एस जयशंकर ने ट्रंप के दावों को खारिज करते हुए साफ-साफ कहा था कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप मध्यस्ता को लेकर कोई बात नहीं की थी और पाकिस्तान के साथ सभी मुद्दे द्विपक्षीय बातचीत से सुलझाए जाएंगे.
पीएम मोदी ने भारत आने का न्योता दिया
पीएम मोदी ओर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बीच मंगलवार (16 जून 2025) को हुई बातचीत के बाद पीएम मोदी ने कहा कि वह पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के कारण इस न्यौते को स्वीकार नहीं कर सकते. पीएम मोदी ने ट्रंप को इस साल प्रस्तावित क्वाड शिखर सम्मेलन के लिए भारत आने का न्योता दिया. अमेरिकी राष्ट्रपति ने इजराइल और ईरान के बीच संघर्ष बढ़ने के कारण शिखर सम्मेलन से एक दिन पहले ही विदा ले ली थी.
पीएम मोदी और ट्रंप ने 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के बाद पहली बार बात की. इस हमले के बाद ट्रंप ने भारत के प्रति संवेदनाएं व्यक्त की थीं और आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में उसका समर्थन किया था.
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