Dhadak 2 CBFC Certification: तृप्ति डिमरी और सिद्धांत चतुर्वेदी की फिल्म ‘धड़क 2’ का फैंस बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं. फिल्म पहले 2024 में रिलीज होने वाली था. लेकिन अब ‘धड़क 2’ इस साल पर्दे पर आने वाली है. इससे पहले इसपर सेंसर बोर्ड की कैंची चल गई है जिसके चलते अब मेकर्स को फिल्म में कई बदलाव करने होंगे.
द हिंदू की एक रिपोर्ट के मुताबिक रोमांटिक-ड्रामा फिल्म ‘धड़क 2’ को सीबीएफसी से यू/ए 16+ सर्टिफिकेट मिला है. हालांकि सेंसर बोर्ड ने फिल्म में 16 कट्स लगाए हैं. ऐसे में फिल्म से कुछ स्पेशल सीन्स और शब्दों को हटाया या बदला जाएगा. इसी के साथ ‘धड़क 2’ का टोटल रनटाइम लगभग 2 घंटे और 26 मिनट हो गया है.
’धड़क 2′ में हुए ये बदलाव
- ’धड़क 2′ में एक डायलॉग है- धर्म का काम है जिसे सेंसर बोर्ड ने पुण्य का काम है से रिप्लेस कर दिया है.
- डायलॉग- ‘3,000 साल का पिछला बकाया सिर्फ 70 साल में पूरा नहीं होगा’ को ‘सदियों पुराने भेदभाव का पिछला बकाया सिर्फ 70 साल में पूरा नहीं होगा’ से बदल दिया गया है.
- सेंसर बोर्ड ने कुछ जातिगत गालियों को कथित तौर पर म्यूट कर दिया है. इन शब्दों की जगह ‘जंगली’ शब्द इस्तेमाल किया जाएगा.
- फिल्म के डायलॉग ‘सवारों के सड़क… हमें जला देते थे’, को भी एक दूसरी लाइन से रिप्लेस कर दिया गया है.
- सीबीएफसी ने ‘ठाकुर का कुआं’ कविता के चैप्टर को सेंसर कर दिया है और एक गाने में संत तुलसीदास के दोहे को बदल दिया गया है.
- फिल्म में एक सीन है जिसमें एक शख्स सिद्धांत चतुर्वेदी के कैरेक्टर पर पेशाब करेगा. इसे सेंसर बोर्ड ने पांच सेकंड छोटा कर दिया है.
- एक सीन में लीड एक्टर के ऑनस्क्रीन पिता को अपमानित किया जाता है, सेंसर बोर्ड ने उसे भी फिल्म से हटा दिया है.
- 20 सेकंड के डिस्क्लेमर को 1 मिनट और 51 सेकंड तक लंबा कर दिया गया है. वहीं फिल्म की स्क्रीनिंग के दौरान इस डिस्क्लेमर को जोर से पढ़े जाने के भी निर्देश भी दिए गए हैं.
’धड़क 2′ के बारे में
बता दें कि ‘धड़क 2’ को करण जौहर प्रोड्यूस कर रहे हैं. ये फिल्म साल 2018 की फिल्म ‘धड़क’ का सीक्वल है जो कि 2018 तमिल फिल्म ‘परियेरम पेरुमल’ की रीमेक है.