पंजाब पुलिस के स्टेट स्पेशल ऑपरेशन सेल (एसएसओसी) ने प्रतिबंधित आतंकी संगठन सिख फॉर जस्टिस (एसएफजे) के एक शातिर सदस्य को गिरफ्तार किया है। आरोपी की पहचान रेशम सिंह, निवासी बरनाला (हमीदी), के रूप में हुई है। जांच में सामने आया है कि उसने फिल्लौर (जालंधर) के नांगल में डॉ. बी. आर. अंबेडकर की प्रतिमा को तोड़ा था। वहीं, मई महीने में जब भारत पाकिस्तान के बीच तनाव चल रहा थ। उस समय आरोपी ने अशांति फैलाने और माहौल बिगाड़ने के लिए “पाकिस्तान जिंदाबाद” और “खालिस्तान जिंदाबाद” के नारे लिखे थे। पुलिस अब आरोपी से पूछताछ कर रही है। कई जिलों में लिखे थे खालिस्तान नारे प्रारंभिक जांच में यह भी पता चला है कि जून 2025 के पहले सप्ताह में आरोपी ने मूर्ति तोड़ने की घटना को अंजाम दिया था। वह कई यूएपीए (Unlawful Activities Prevention Act) मामलों में वांछित अपराधी है और एसएफजे प्रमुख गुरपतवंत सिंह पन्नू के निर्देश पर काम कर रहा था। रेशम सिंह घटना के बाद से ही फरार था। उस पर पटियाला, फरीदकोट, जालंधर और अन्य जिलों में खालिस्तान और एसएफजे के समर्थन में नारे लगाकर सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाने का भी आरोप है। विदेशी फंडिंग भी हासिल की है मई 2025 में भारत-पाकिस्तान तनाव के दौरान उसने लोगों में अशांति फैलाने और राष्ट्रविरोधी भावनाओं को बढ़ावा देने के लिए “पाकिस्तान जिंदाबाद” और “खालिस्तान जिंदाबाद” जैसे नारे लिखे थे। सबूतों से यह भी पता चला है कि उसने इन अवैध गतिविधियों के लिए विदेश से फंडिंग प्राप्त की थी और भड़काऊ नारे लिखे थे।
पंजाब में आतंकी संगठन SFJ का शातिर काबू:फिल्लौर में अंबेडकर प्रतिमा तोड़ी थी, पाकिस्तान-खालिस्तान जिंदाबांद के नारे भी लिखे
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