करनाल जिले के काछवा गांव के युवक से विदेश भेजने के नाम पर 11 लाख रुपए की ठगी का मामला सामने आया है। आरोपियों ने पहले जर्मनी का झांसा देकर रशिया, कजाकिस्तान, बेलारूस और मास्को घुमाया और फिर भारत लौटने के बाद भी उसे दोबारा वीजा दिलाने के नाम पर बहलाते रहे। जब युवक ने पैसे लौटाने की मांग की, तो आरोपियों ने दो बार चेक दिए, जो दोनों ही बार बाउंस हो गए। शिकायत करने पर जान से मारने की धमकी भी दी गई। पुलिस ने मामले की जांच के बाद फिलहाल 8 लाख रुपए की ठगी प्रमाणित कर तीन लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। हरजीत ने देखा था विदेश जाने का सपना करनाल के गांव काछवा के हरजीत सिंह ने विदेश जाने का सपना देखा था। हरजीत ने पुलिस को दी शिकायत में आरोप लगाया कि गांव उचानी निवासी प्रिंस और काछवा के नवीन कुमार ने अक्टूबर 2023 में उसे जर्मनी भेजने का झांसा देकर पासपोर्ट व दस्तावेज लेने के साथ ही 50 हजार रुपए नकद ले लिए। इसके बाद उसके पिता से 2.50 रुपए और लिए गए। रशिया का वीजा लगवाकर भेजा कजाकिस्तान शिकायतकर्ता ने बताया कि एजेंटों ने पहले रशिया का वीजा लगवाया और उसे कजाकिस्तान भिजवा दिया। वहां से उसे टैक्सी के जरिए रूस और फिर बेलारूस पहुंचाया गया। बेलारूस में उसे चार-पांच दिन एक फ्लैट में रखा गया और फिर लातविया के जंगल के रास्ते भेजा गया। इस पूरी प्रक्रिया के दौरान एजेंटों ने अलग-अलग किश्तों में उसके पिता से कुल 4 लाख रुपए और ले लिए। चार महीने मास्को में फंसा रहा लातविया से आगे रास्ता बंद होने पर एजेंटों ने हरजीत को मास्को भेज दिया। वहां भी उसे चार महीने तक एक जगह रोके रखा गया। जब कोई समाधान नहीं निकला, तो हरजीत ने 15 मार्च 2024 को अपने परिजनों से मदद लेकर भारत लौटने का फैसला किया। भारत वापसी पर आरोपी एजेंटों ने उसे फिर से झांसा दिया कि वर्क वीजा दिलवाएंगे, लेकिन 6 महीने तक उसे सिर्फ टरकाते रहे। शिकायत करने पर दी धमकी जब हरजीत ने शिकायत की, तो प्रिंस ने 10 लाख रुपए के दो चैक दिए, जो बैंक में बाउंस हो गए। दोबारा शिकायत देने पर दोनों आरोपी थाना सिविल लाइन करनाल पहुंचे और गलती स्वीकारते हुए नवीन की पत्नी रजनी देवी के हस्ताक्षर करवाकर 4-4 लाख रुपए के दो और चैक दिए। रजनी देवी ने भी पैसे लौटाने का भरोसा दिलाया, लेकिन ये चैक भी बाउंस हो गए। हरजीत का कहना है कि जब उसने इस बारे में पूछताछ की तो तीनों आरोपियों ने उसे जान से मारने की धमकी दी। हरजीत ने इसकी शिकायत पुलिस अधीक्षक करनाल को दी थी। पहले यह मामला आर्थिक अपराध शाखा में जांच के लिए पहुंचा। पुलिस जांच में 8 लाख प्रमाणित हरजीत के अनुसार, उसने कुल 11 लाख रुपए अलग-अलग किश्तों में एजेंटों को दिए, लेकिन पुलिस जांच में फिलहाल 8 लाख रुपए की ठगी प्रमाणित हुई है, जिनके साक्ष्य और लेनदेन रिकॉर्ड मौजूद हैं। जांच रिपोर्ट के आधार पर थाना सदर करनाल में मुकदमा दर्ज किया गया। जांच अधिकारी हरविश ने बताया कि आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। जल्द ही गिरफ्तार किया जाएगा।
करनाल में जर्मनी भेजने का सपना दिखाकर 11 लाख हड़पे:रशिया का वीजा लगवाकर भेजा कजाकिस्तान, पैसे मांगने पर दिए फर्जी चेक
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