Gorakhpur News: गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे शानदार रोड कनेक्टिविटी की सौगात देते हुए पूर्वी उत्तर प्रदेश के विकास का नया द्वार खोलने को तैयार है. इस प्रोजेक्ट पर काम शुरू होने के साथ ही रफ्तारपूर्ण यातायात सुगमता, उद्योग और इसके जरिये रोजगार को लेकर सरकार ने जो पूर्वानुमान लगाए थे, वे साकार भी होने लगे हैं. लिंक एक्सप्रेसवे की बेहतरीन कनेक्टिविटी से पूर्वी उत्तर प्रदेश के विकास का नक्शा और सुनहरा होना तय माना जा रहा है.
प्रवेश नियंत्रित मार्ग होने के कारण गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे की कुल 91.35 किमी की दूरी एक घंटे से भी कम समय में पूरी की जा सकती है. यही नहीं, इस लिंक एक्सप्रेसवे से होकर, आजमगढ़ में पूर्वांचल एक्सप्रेसवे होते हुए लोगों को गोरखपुर से लखनऊ पहुंचने में महज साढ़े तीन घंटे का समय लगेगा.किसी भी क्षेत्र के समग्र विकास की पहली शर्त होती है बेसिक इंफ्रास्ट्रक्चर और कनेक्टिविटी. इसमें भी सबसे महत्वपूर्ण है रोड इंफ्रास्ट्रक्चर से जुड़ी कनेक्टिविटी. विकास के इस शर्त से वाकिफ योगी सरकार का रोड इंफ्रास्ट्रक्चर सुदृढ़ करने पर सतत जोर है.
अब राजधानी की यात्रा होगी सुगमगोरखपुर पूर्वी उत्तर प्रदेश का प्रमुख केंद्र है और चारो तरफ फोरलेन सड़कों की कनेक्टिविटी से यह विकास के नए मॉडल के रूप में विकसित हो रहा है. विकास की इस प्रक्रिया में नवनिर्मित गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे और भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा. 91 किमी से अधिक लंबाई वाला यह एक्सप्रेसवे आजमगढ़ में पूर्वांचल एक्सप्रेसवे से जुड़कर राजधानी लखनऊ और फिर वहां से अन्य प्रमुख महानगरों की राह सुगम करेगा. यातायात सुगमता का सकारात्मक असर व्यापार और उद्योग पर भी पड़ेगा.
उत्तर प्रदेश एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यूपीडा) के अनुसार गोरखपुर, संतकबीरनगर, अंबेडकरनगर और आजमगढ़ जिले में पड़ने वाले एक्सप्रेसवे के निर्माण पर7283 करोड़ 28 लाख रुपये की लागत आई है. इसमें भूमि अधिग्रहण की लागत भी शामिल है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की प्राथमिकता वाली परियोजनाओं में से एक गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे गोरखपुर बाईपास एनएच- 27 ग्राम जैतपुर के पास से प्रारंभ होकर पूर्वांचल एक्सप्रेसवे पर जनपद आजमगढ़ के सालारपुर में समाप्त हो रहा है. इस एक्सप्रेसवे से गोरखपुर क्षेत्र, पूर्वांचल एक्सप्रेसवे के माध्यम से लखनऊ, आगरा एवं दिल्ली तक त्वरित एवं सुगम यातायात कॉरिडोर से जुड़ रहा है.
गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे पर एक नजरसीएम योगी के ड्रीम प्रोजेक्ट इस एक्सप्रेस वे की शुरुआत जैतपुर (गोरखपुर) से है वहीं सालारपुर (आजमगढ़) पर जाकर ये खत्म हो रहा है. ये एक पूर्णतः प्रवेश नियंत्रित फोरलेन (सिक्सलेन में विस्तारणीय) है. इसमें 2 टोल प्लाजा के साथ 3 रैम्प प्लाजा, 7 फ्लाईओवर और 16 वेहिकुलर अंडरपास भी बनाए गए हैं.
वहीं लोगों की यात्रा को सुगम और सुरक्षित बनाने के लिए इस पर 50 लाइट वेहिकुलर अंडरपास, 35 पेडेस्ट्रीयन अंडरपास, 7 दीर्घ सेतु, 27 लघु सेतु भी हैं वहीं इसमें 389 पुलिया भी बनाई गई हैं.
यूपी के इस एक्सप्रेस वे से सिर्फ साढ़े तीन घंटे में पहुंच जाएंगे लखनऊ, साढ़े सात हजार करोड़ की लागत से हुआ तैयार
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