तेंदुलकर-एंडरसन ट्रॉफी लॉन्च, अब पटौदी के नाम पर मेडल देंगे:सचिन ने कहा- टाइगर ने कई पीढ़ियों को प्रेरित किया; पटौदी ट्रॉफी रिटायरमेंट पर विवाद हुआ था

by Carbonmedia
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करीब तीन हफ्ते तक चले विवाद के बाद ECB और BCCI ने गुरुवार को तेंदुलकर-एंडरसन ट्रॉफी लॉन्च कर दी। इसी के साथ पटौदी ट्रॉफी को अधिकृत रूप से रिटायरकर दिया गया। दोनों देशों के क्रिकेट बोर्ड ने पटौदी परिवार के सम्मान में पटौदी मेडल देने का फैसला लिया है, जो इस सीरीज के विजेता कप्तान को दी जाएगी। 14 जून को अहमदाबाद प्लेन हादसे के बाद अनावरण स्थगित कर दिया गया था। इस मौके पर दिग्गज बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर ने कहा- ‘मुझे खुशी है कि उनके (टाइगर पटौदी) के सम्मान में एक पदक देने का फैसला किया गया है।’ पटौदी ट्रॉफी के रिटायरमेंट पर विवाद हो गया था। ऐसे में तेंदुलकर ने पटौदी की विरासत को कायम रखने की पहल की। इस बार भारत-इंग्लैंड टेस्ट सीरीज के विजेता को एक नई ट्रॉफी दी जाएगी, जो सचिन तेंदुलकर और जेम्स एंडरसन के नाम पर होगी। यह दोनों दिग्गज खिलाड़ियों के सम्मान में एक नई पहल है। सचिन तेंदुलकर ने कहा- मुझे जैसे ही पता चला कि भारत और इंग्लैंड के बीच टेस्ट सीरीज के लिए ट्रॉफी का नाम बदला जा रहा है। मैंने दिवंगत मंसूर अली खान पटौदी के परिवार से बात की और उन्हें भरोसा दिलाया कि इस सीरीज से पूर्व कप्तान का जुड़ाव खत्म नहीं होगा। उन्होंने कहा- टाइगर पटौदी ने कई पीढ़ियों को प्रेरित करने में बड़ी भूमिका निभाई है, जिसे भुलाया नहीं जा सकता। पटौदी परिवार सीरीज से जुड़ा रहेगा, क्योंकि अब विजयी कप्तान को नया ‘पटौदी एक्सीलेंसी मेडल’ देने का फैसला किया गया है। तेंदुलकर ने कहा- मैने पहली बार 1988 में इंग्लैंड का दौरा किया था। मेरी पहली फ्लाइट मुंबई से लंदन की थी। अब मेरे नाम से वहां ट्रॉफी होने से काफी खुशी हो रही है।
तेंदुलकर-एंडरसन के नाम क्यों रखा गया नाम
सचिन तेंदुलकर के नाम सबसे ज्यादा 200 टेस्ट मैच खेलना और सबसे ज्यादा 15,921 टेस्ट रन बनाने का रिकॉर्ड है। वहीं, जेम्स एंडरसन ने पिछले साल में टेस्ट क्रिकेट से संन्यास की घोषणा की थी। एंडरसन दूसरे सबसे ज्यादा 188 टेस्ट मैच खेलने वाले खिलाड़ी हैं। वे टेस्ट में तीसरे सबसे ज्यादा 704 विकेट लेने वाले गेंदबाज हैं। 2007 में 75 साल पूरे होने पर पटौदी ट्रॉफी नाम दिया था
पटौदी ट्रॉफी 2007 में भारत के 1932 में अपने पहले टेस्ट की 75वीं वर्षगांठ मनाने के लिए अस्तित्व में आई थी। 21 साल की उम्र में पटौदी सबसे कम उम्र के भारतीय टेस्ट कप्तान बने थे। उनके पिता इफ्तिखार अली खान पटौदी ने इंग्लैंड और भारत दोनों का प्रतिनिधित्व किया था। लीड्स में 20 जून को खेला जाएगा पहला टेस्ट
भारत और इंग्लैंड के बीच पांच टेस्ट मैच खेले जाएंगे। पहला टेस्ट 20 जून से लीड्स में शुरू होगा। अंतिम टेस्ट 31 जुलाई से लंदन के द ओवल में खेला जाएगा। भारत 2007 के बाद इंग्लैंड में टेस्ट सीरीज नहीं जीत सका है। ऐसे में टीम की नजर सीरीज जीतने पर होगी। —————————————————- तेंदुलकर-एंडरसन ट्रॉफी से जुड़ी यह खबर भी पढ़िए… इंग्लैंड में 18 साल से टेस्ट सीरीज नहीं जीता भारत, द्रविड़ ने दिलाई आखिरी सफलता इंग्लैंड में 18 साल से टेस्ट सीरीज नहीं जीत सकी टीम इंडिया फिर एक बार कोशिश के लिए तैयार है। टीम इंग्लैंड में 5 टेस्ट मैचों की सीरीज खेलेगी। टीम इंडिया 25 साल के युवा कप्तान शुभमन गिल की लीडरशिप में उतरेगी। इंग्लैंड की कमान 34 साल के अनुभवी ऑलराउंडर बेन स्टोक्स संभाल रहे हैं। 1932 में भारत ने इंग्लैंड के लॉर्ड्स स्टेडियम से ही अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में अपना सफर करियर शुरू किया, लेकिन टीम यहां 3 ही टेस्ट सीरीज जीत सकी। पढ़ें पूरी खबर

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