Vande Bharat Train: बिहार में विधानसभा चुनाव से ठीक पहले आज बिहार को हालिया सालों में भारतीय रेलवे की सबसे फ्लैगशिप ट्रेन वंदे भारत एक्सप्रेस का एक और तोहफा मिल गया है. आज शुक्रवार (20 जून 2025) को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बिहार के दौरे पर हैं. उत्तर प्रदेश के गोरखपुर और बिहार के पाटलिपुत्र के बीच एक नई वंदे भारत एक्सप्रेस (गाड़ी संख्या 26502/26501) की शुरुआत हो गई है. आज पीएम मोदी ने नई ट्रेन को हरी झंडी दिखा दी है. यह ट्रेन पूर्वी उत्तर प्रदेश और उत्तरी बिहार के बीच तेज, सुरक्षित और सुविधाजनक यात्रा का नया ऑप्शन लेकर आएगी. यह ट्रेन सप्ताह में छह दिन (शनिवार को छोड़कर) चलेगी.
गोरखपुर से यह ट्रेन सुबह 5 बजकर 40 मिनट पर रवाना होगी और दोपहर 12 बजकर 45 मिनट पर पाटलिपुत्र पहुंचेगी, जबकि वापसी में पाटलिपुत्र से दोपहर साढ़े 3 बजे चलेगी और रात साढ़े 10 बजे गोरखपुर पहुंचेगी. वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन के रास्ते में में उत्तर प्रदेश के गोरखपुर, कप्तानगंज और पनियहवा और बिहार के बगहा, नरकटियागंज, बेतिया, सगौली, बापूधाम मोतिहारी, मुजफ्फरपुर, हाजीपुर स्टॉपेज शामिल हैं. इस नई ट्रेन के उद्घाटन के मौके पर रेलवे की ओर से बयान जारी कर कहा गया है कि यह ट्रेन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की ‘पूर्वी भारत के विकास’ की प्रतिबद्धता का एक मजबूत उदाहरण है, जो उपेक्षित क्षेत्रों को मुख्यधारा से जोड़ने की दिशा में काम कर रही है.
वंदे भारत ट्रेन रेल कनेक्टिविटी को मजबूत कर रही ट्रेन को जोड़कर बिहार में अब 13 और उत्तर प्रदेश में 15 वंदे भारत ट्रेन रेल कनेक्टिविटी को मजबूत कर रही हैं. वर्तमान में देश भर में 71 वंदे भारत ट्रेनें संचालित की रही हैं. हाल ही में प्रधानमंत्री ने जम्मू और कश्मीर को भी नई वंदे भारत ट्रेन की सौगात दी है. इससे जम्मू और कश्मीर में हर मौसम में निर्बाध कनेक्टिविटी के साथ तेज रफ्तार यात्रा भी सुनिश्चित हो रही है. इस वंदे भारत के प्रति आम यात्रियों का क्रेज का इसी बात से अंदाज़ा लगाया जा सकता है कि अगले एक महीने तक जम्मू से कश्मीर के लिए वंदे भारत की बुकिंग फुल है.
वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन से नए युग की शुरुआतरेलवे ने कहा है कि वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन ने भारतीय रेल यात्रियों के लिए एक नया युग शुरू किया है. यह ट्रेन न केवल तेज़ है, बल्कि इसमें आधुनिक सुविधाएं भी हैं जो यात्रा को सुखद और सुरक्षित बनाती हैं. वंदे भारत की सेमी-हाईस्पीड क्षमता यात्रा समय को काफी कम कर देती है. जैसे गोरखपुर से पाटलिपुत्र की दूरी अब 7 घंटे में तय हो रही है, जिसके सफर में पहले 10 से 12 घंटे लगते थे. यह समय की बचत यात्रियों को अपने परिवार, काम और अन्य गतिविधियों के लिए अधिक समय देती है.
बिहार और यूपी के आर्थिक और सामाजिक विकास को नई रफ्तार देगीइस ट्रेन में एसी कोच, ऑटोमैटिक दरवाजे, बायो टॉयलेट्स, जीपीएस इनफॉर्मेशन सिस्टम, ऑनबोर्ड कैटरिंग, वाई-फाई, और सीसीटीवी सुरक्षा जैसी सुविधाएं हैं और ये सुविधाएं यात्रियों को एक प्रीमियम और आरामदायक अनुभव देगी, जो पहले कि साधारण ट्रेनों में संभव नहीं था. रेलवे ने कहा है कि ये ट्रेन बिहार और यूपी के आर्थिक और सामाजिक विकास को नई रफ्तार देगी. वंदे भारत ट्रेन क्षेत्रीय कनेक्टिविटी को बढ़ाकर आर्थिक और सामाजिक विकास में योगदान दे रही है. पाटलिपुत्र-गोरखपुर वंदे भारत पटना, वैशाली, मुजफ्फरपुर, पूर्वी चंपारण, पश्चिमी चंपारण, कुशीनगर और गोरखपुर जैसे जिलों को जोड़ रही है. इससे व्यापार, पर्यटन, रोजगार के अवसर और शिक्षा-स्वास्थ्य सेवाओं तक बेहतर पहुंच संभव हुई है. वंदे भारत पूरी तरह से ‘मेक इन इंडिया’ पहल के तहत निर्मित है. यह भारतीय इंजीनियरिंग की क्षमता को दर्शाती है और राष्ट्रीय गौरव का प्रतीक बन गई है.
Vande Bharat Train: पीएम मोदी ने जिस नई वंदे भारत का बिहार को दिया तोहफा, उससे जुड़े हर सवाल का जवाब, पढ़ें यहां
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