रेवाड़ी में प्रस्तावित 200 बेड का सरकारी अस्पताल लगातार विवादों में घिरता जा रहा है। भगवानपुर, रामगढ़ समेत 5 गांवों के लोग पहले ही भगवानपुर में धरने पर बैठे हैं, अब फिदेड़ी गांव की पंचायत ने भी आगे आते हुए अस्पताल के लिए 17 एकड़ जमीन देने का प्रस्ताव सरकार को भेज दिया है। 16 जून को भगवानपुर और रामगढ़ गांव की पंचायतों ने रामपुरा हाउस पर प्रदर्शन करते हुए आरोप लगाया था कि उन्होंने अस्पताल और जलघर के लिए जमीन सिर्फ इस शर्त पर दी थी कि वहीं अस्पताल बनेगा। ग्रामीणों का कहना है कि केंद्रीय राज्य मंत्री राव इंद्रजीत ने भी यह वादा किया था। लेकिन अब प्रशासन द्वारा शहबाजपुर खालसा गांव में अस्पताल बनाने की तैयारी की जा रही है, जिससे नाराज ग्रामीण धरने पर बैठ गए हैं। मामले को लेकर लगातार नया मोड़ आता जा रहा है। अब फिदेड़ी पंचायत ने सौंपी 17 एकड़ जमीन रेवाड़ी के फिदेड़ी गांव की पंचायत ने भी सरकारी अस्पताल के लिए 17 एकड़ जमीन का प्रस्ताव कर दिया है। फिदेड़ी गांव के सरपंच लालसिंह ने बताया कि उनके गांव की जमीन सरकारी अस्पताल के लिए सबसे उपयुक्त है। जितनी भी जमीन विभाग मांगेगा, उपलब्ध करवा दी जाएगी। विभाग को उनके गांव में सरकारी अस्पताल खोला जाना चाहिए। CM से मिलने पहुंचे कापड़ीवास रेवाड़ी के पूर्व BJP MLA रणधीर कापड़ीवास मंगलवार को CM नायब सैनी के पास पहुंचे। उन्होंने धरने पर बैठे 5 गांवों के लोगों की मांग को उनके साथ रखा व बताया कि किस प्रकार वादा कर उनके साथ धोखा किया गया है। रणधीर कापड़ीवास एक दिन पहले ही भगवानपुर में धरने पर बैठे लोगों से मिले थे और उनसे पूरी जानकारी मांगी थी। BJP MLA उठा रहे जल्द निर्माण का मुद्दा रेवाड़ी से BJP MLA लक्ष्मण यादव विधानसभा में 200 बेड के सरकारी अस्पताल के लिए जल्द जमीन चिह्नित कर निर्माण कार्य शुरू करवाने का मामला विधानसभा में उठा चुके हैं। जिसके बाद स्वास्थ्य मंत्री आरती सिंह राव खुद 2 बार संभावित जमीन का निरीक्षण करने के लिए पहुंच चुकी है लेकिन अभी तक जमीन फाइनल नहीं हुआ है।
रेवाड़ी में 200 बेड के सरकारी अस्पताल पर टकराव:5 गांवों का धरना जारी, फिदेड़ी पंचायत ने दी 17 एकड़ जमीन, केंद्रीय मंत्री पर वादाखिलाफी का आरोप
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