लिंगानुपात के मामले में पहले पायदान से गिरकर लगातार पिछड़ रहे मेवात को अब विभिन्न संगठनों व किन्नरों से सहायता की दरकार है। लिंगानुपात में सुधार के लिए स्वास्थ्य विभाग ने तय किया है कि लोगों को नए सिरे से जागरूक करने का अभियान चलाया जाएगा। इसमें विभिन्न विषयों पर काम कर रहे गैर सरकारी संगठनों का सहयोग लिया जाएगा। देश के आकांक्षित जिलों की सूची में शामिल नूंह लिंगानुपात के मामले में प्रदेश में अव्वल रहा। बीते कई साल 1000 लड़कों की तुलना में यहां लड़कियों की पैदाईश इससे अधिक रही। अब ताजा सर्वे में 1000 लड़कों के मुकाबले सिर्फ 933 लड़कियों का जन्म ही दर्ज किया गया। सरकार सेक्सरेशो के मामले में नूंह को फेस आईकन बनाती थी प्रदेश सरकार सेक्सरेशो के मामले में नूंह को फेस आईकन बनाती थी, लेकिन अब स्थिति बदली तो किरकिरी होने लगी। इस मामले को लेकर एसीएस -हेल्थ ने स्थानीय स्वास्थ्य अधिकारियों को कड़ी फटकार लगाते हुए हिदायत दी कि लोगों को जागरूक करने के लिए विशेष अभियान चलाया जाए ताकि लिंगानुपात के मामले में खोया हुआ रूतबा पुनः प्राप्त किया जा सके। फटकार के बाद चेते स्वास्थ्य अधिकारियों ने एड्स, टीबी, शिक्षा व स्वास्थ्य संबंधी दूसरों विषयों पर काम करने वाले एनजीओ (गैर सरकारी संगठन) के प्रतिनिधियों के साथ-साथ किन्नरों के साथ भी बैठक की। गर्भपात की घटनाओं पर कड़ी नजर सिविल सर्जन डाॅक्टर सर्वजीत सिंह ने इनसे लिंगानुपात बढ़ाने की दिशा में प्रयास को लेकर सुझाव मांगे। सिविल सर्जन ने इन्हें सलाह भी दी कि अपने सभी आयोजनों में लोगों को लिंगानुपात व बेटियों की जरूरत, उनके महत्व के बारे में जरूर अवगत करवाएं। विशेष रूप से किन्नरों को इस कार्य में सहायता करने का अनुरोध किया गया है। डाॅक्टर सिंह ने कहा, ‘हम कई फ्रंट पर काम कर रहे हैं। इसमें गर्भपात की घटनाओं पर भी कड़ी निगरानी रखना भी शामिल है।’ अल्ट्रासाउंड सेंटर्स होंगे स्वास्थ्य विभाग के सर्विसलांस पर बीते कुछ समय में मेवात में भ्रूण जांच संबंधी शिकायतें सामने आई हैं। यह अवैध धंधा जारी होने की पुष्टि छापेमारी में भी हुई। बैठक में सिविल सर्जन से अल्ट्रासाउंड सेंटर्स पर कड़ी निगरानी रखने के निर्देश दिए। विशेष तौर पर ऐसे सेंटर्स सर्विसलांस पर रहेंगे जहां पहले भी इस तरह की शिकायतें मिलती रही हैं। भ्रूण लिंग जांच की सूचना देने पर 1 लाख का इनाम सीएमओ डॉक्टर सर्वजीत थापर ने कहा कि उच्च अधिकारियों के निर्देश का एक बैठक का आयोजन किया है। पहले नूंह जिला लिंगानुपात में 1 नंबर पर था,लेकिन अब 3 नंबर पर आ गया है। इसके सुधार को लेकर ही बैठक का आयोजन किया गया है। बैठक में यह भी बताया गया है कि जो भी गर्भ में लिंग जांच करने की सूचना विभाग को देता है तो उसे 1 लाख की इनामी राशि दी जाएगी। सूचना देने वाले व्यक्ति की पहचान गुप्त रखी जाएगी।
नूंह लिंगानुपात में पिछड़ा:सेक्सरेशो में सरकार नूंह को बनाती थी फेस आईकन, संगठनों व किन्नरों से सहायता की दरकार
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