Delhi Traffic Violation News: दिल्ली-गुरुग्राम और द्वारका एक्सप्रेसवे पर ट्रैफिक नियमों की खुलेआम अनदेखी हो रही है. हाई-स्पीड कॉरिडोर में दोपहिया और तिपहिया वाहन धड़ल्ले से घुस रहे हैं. यह वाहन यहां प्रतिबंधित हैं. ATMS सिस्टम से मिली जानकारी के मुताबिक 21 से 23 जून के बीच कुल 1.7 लाख से ज्यादा ट्रैफिक उल्लंघन दर्ज किए गए.
टाइम्स ऑफ इंडिया के मुताबिक, इनमें से 1 लाख से ज्यादा मामले प्रतिबंधित वाहनों से जुड़े हैं. इन उल्लंघनों में सबसे अधिक संख्या दोपहिया और तिपहिया वाहनों के अवैध प्रवेश की थी, जबकि सीट बेल्ट न पहनने के मामले लगभग 21 प्रतिशत थे. तेज रफ्तार से गाड़ी चलाने के उल्लंघन 10 प्रतिशत से भी कम रहे.
अधिकारियों ने बताया कि द्वारका एक्सप्रेसवे पर 130-140 किमी प्रति घंटा से भी अधिक रफ्तार के मामले सामने आए हैं. वहीं कुछ वाहन 230 किमी प्रति घंटा तक दौड़ते हुए कैमरों में कैद हुए हैं. दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे पर भी दोपहिया वाहनों की यही स्थिति देखी गई है, जो हादसों का बड़ा कारण बन रही है.
ई-चालान किए जा रहे जारी- NHAINHAI के अधिकारियों ने बताया कि ये सारे उल्लंघन के आंकड़े राष्ट्रीय सूचना केंद्र (NIC) को भेजे जा रहे हैं, ताकि इनसे ई-चालान तैयार किए जा सके. साथ ही गुरुग्राम पुलिस को भी लिखा गया है कि वे इन जानकारियों का इस्तेमाल करते हुए चालान जारी करें. हाईवे प्राधिकरण ने 56.5 किमी लंबे नेटवर्क पर देश का सबसे उन्नत ATMS सिस्टम लगाया है, जो शिव मूर्ति से खेड़की दौला तक दिल्ली-गुरुग्राम खंड और पूरे द्वारका एक्सप्रेसवे को कवर करता है.
रीयल टाइम में होगी ट्रैफिक की निगरानीATMS के तहत हर एक किलोमीटर पर हाई-रेजोल्यूशन पैन-टिल्ट-जूम कैमरे लगाए गए हैं, जो रीयल टाइम में ट्रैफिक की निगरानी करते हैं और घटनाओं के बाद जांच के लिए टैंपर-प्रूफ फुटेज भी उपलब्ध कराते हैं. अब तक 100 कैमरे लगाए जा चुके हैं.
इसके अलावा, हर 10 किमी पर वीडियो इंसिडेंट डिटेक्शन और एनफोर्समेंट सिस्टम (VIDES) लगाया गया है, जो AI आधारित विश्लेषण से खतरनाक क्षेत्रों में ट्रैफिक उल्लंघनों की पहचान करता है. यह तकनीक गलत लेन में चलने, तीन लोगों की सवारी, सीट बेल्ट और हेलमेट उल्लंघनों जैसे 14 प्रकार की घटनाओं का सटीक पता लगाने में सक्षम है.
टू-थ्री व्हीलर्स की मनमानी ने बिगाड़ा दिल्ली-गुरुग्राम एक्सप्रेसवे का सिस्टम, ATMS का चौंकाने वाला खुलासा
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