हरियाणा सरकार जल संरक्षण को बढ़ावा देने के लिए ‘मेरा पानी-मेरी विरासत’ योजना चला रही है। इस योजना के तहत धान के स्थान पर कम पानी की खपत वाली फसलें उगाने वाले किसानों को प्रति एकड़ 8 हजार रुपये का अनुदान दिया जा रहा है। सोनीपत के डीसी सुशील सारवान ने बताया कि जल मनुष्य के लिए बहुमूल्य और जीवन रूपी रत्न है, जिसके बिना जीवन संभव नहीं है। पिछले 25 वर्षों में नलकूपों द्वारा भूजल के अत्यधिक दोहन से जलस्तर लगातार नीचे जा रहा है, जो चिंता का विषय है। इसी को देखते हुए सरकार ने यह योजना शुरू की है। जो किसान पिछले साल धान की जगह इस सीजन कोई अन्य फसल लगाएंगे, उन्हें प्रोत्साहन राशि दी जाएगी। सोनीपत में कृषि एवं किसान कल्याण विभाग के उप-निदेशक डॉ. पवन शर्मा ने बताया कि सोनीपत जिले को इस योजना में 2,680 एकड़ का लक्ष्य मिला है। इसमें मक्का के लिए 160 एकड़, कपास के लिए 550 एकड़, खरीफ दालों के लिए 100 एकड़, खरीफ तिलहन के लिए 10 एकड़, बागवानी के लिए 350 एकड़, खाली खेत के लिए 1,500 एकड़ और कृषि वानिकी के लिए 10 एकड़ का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। योजना का लाभ लेने के लिए किसानों को ‘मेरी फसल-मेरा ब्यौरा’ पोर्टल पर पंजीकरण कराना अनिवार्य है। उपायुक्त ने किसानों से आह्वान किया है कि वे अधिक से अधिक संख्या में इस योजना का लाभ उठाएं और जल संरक्षण में अपना योगदान दें।
सोनीपत में किसानों को दूसरी फसल उगाने पर अनुदान:मेरा पानी-मेरी विरासत योजना में कराएं पंजीकरण; 8 हजार रुपए प्रति एकड़ मिलेंगे
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