कांगड़ा जिले के धर्मशाला के लायंस क्लब में भाजपा ने आपातकाल की 50वीं वर्षगांठ पर जनजागरण संगोष्ठी का आयोजन किया। कार्यक्रम में आपातकाल के दौरान जेल में रहे लोकतंत्र रक्षकों को सम्मानित किया गया। भाजपा प्रदेश महामंत्री त्रिलोक कपूर ने कहा कि आपातकाल में संविधान में निहित मौलिक अधिकारों को कुचला गया। उन्होंने लोकतंत्र और संस्थाओं की स्वतंत्रता की रक्षा पर जोर दिया। कांग्रेस की सत्ता लोलुपता का प्रतीक था धर्मशाला के विधायक सुधीर शर्मा ने कांग्रेस पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि आपातकाल कांग्रेस की सत्ता लोलुपता का प्रतीक था। कांग्रेस आज भी वंशवाद और तुष्टिकरण की राजनीति कर रही है। कांगड़ा विधायक पवन काजल ने 25 जून 1975 को लगे आपातकाल को लोकतंत्र पर सबसे बड़ा आघात बताया। उन्होंने कहा कि उस समय नागरिकों की स्वतंत्रता छीनी गई। प्रेस और न्यायपालिका की आवाज दबा दी गई। लोकतंत्र पर फिर कभी संकट नहीं आएगा कार्यक्रम में गोपी चंद अग्रवाल, नरेंद्र नाथ, सुनील मनोचा, राकेश भारती, कमल किशोर पाधा और स्व. कुलदीप सचदेवा को याद किया गया। अरुण कुमार मेहरा, विशाल नेहरिया, वरिंदर चौधरी, सचिन शर्मा, विशाल चौहान और राकेश शर्मा समेत कई नेता मौजूद रहे। वक्ताओं ने कहा कि आने वाली पीढ़ियों को आपातकाल के बारे में जानकारी देना जरूरी है। इससे लोकतंत्र पर फिर कभी संकट नहीं आएगा।
धर्मशाला में आपातकाल की 50वीं वर्षगांठ पर भाजपा का कार्यक्रम:लोकतंत्र रक्षकों का सम्मान, विधायक सुधीर शर्मा का कांग्रेस पर हमला
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