हैवी मेकअप से बचना चाहिए, स्किन को टोनर और ऑयल-फ्री मॉइश्चराइजर से तैयार करें

by Carbonmedia
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वाटरप्रूफ मेकअप सुरक्षा कवच की तरह काम करता है – फाउंडेशन और प्राइमर में वाटरप्रूफ फॉर्मूला नमी में भी लंबे समय तक टिका रहता है। यह स्किन पर क्रीज नहीं बनाता और चेहरा फ्रेश दिखता है। मानसून में आंखों का मेकअप बहने का डर सबसे ज्यादा होता है, इसलिए वाटरप्रूफ काजल और मस्कारा आंखों को स्मज-फ्री और क्लीन लुक देते हैं। वाटरप्रूफ आईलाइनर का इस्तेमाल आपको पूरे दिन बेफिक्र रखेगा, चाहे बारिश हो या उमस। नॉर्मल लिपस्टिक मानसून में जल्दी हट जाती है, जबकि वाटरप्रूफ लिप टिंट्स और मैट फिनिश लिपस्टिक लंबे समय तक टिकते हैं। पाउडर ब्लश की जगह क्रीमी और वाटरप्रूफ ब्लश बेहतर विकल्प होते हैं, जो गालों को नेचुरल ग्लो देते हैं। मानसून में अधिकतर महिलाएं महसूस करती हैं कि मेकअप के बाद चेहरे पर भारीपन या जलन महसूस होती है। यह तब होता है जब नमी और पसीने के साथ-साथ मेकअप स्किन के छिद्रों में जाकर जमा हो जाता है और बैक्टीरिया को पनपने का मौका देता है। वाटरप्रूफ मेकअप इस स्थिति में सुरक्षा कवच की तरह काम करता है। यह स्किन पर हल्की परत बनाता है, लेकिन उसे बंद नहीं करता, जिससे संक्रमण की संभावना कम होती है। भास्कर न्यूजल|लुधियाना मानसून का मौसम जहां वातावरण को तरोताजा कर देता है, वहीं यह आपकी स्किन और मेकअप रूटीन के लिए चुनौतीपूर्ण हो सकता है। नमी, पसीना और बारिश की बूंदें अकसर स्किन को चिपचिपी बना देती हैं और सामान्य कॉस्मेटिक्स स्किन पर जमकर संक्रमण का कारण बन सकते हैं। ऐसे में जरूरी हो जाता है कि आप अपनी ब्यूटी रूटीन में बदलाव करें और सिर्फ वाटरप्रूफ कॉस्मेटिक प्रोडक्ट्स का ही इस्तेमाल करें। ब्यूटी एक्सपर्ट्स के मुताबिक मानसून में खूबसूरती को बरकरार रखने के लिए मेकअप और स्किन केयर में थोड़े समझदारी भरे बदलाव करने की जरूरत होती है। वाटरप्रूफ कॉस्मेटिक्स न सिर्फ आपके लुक को लंबे समय तक बनाए रखते हैं, बल्कि आपकी स्किन को संक्रमण और एलर्जी से भी सुरक्षित रखते हैं। इस मौसम में स्मार्ट ब्यूटी चॉइस अपनाएं और स्किन को बनाएं हेल्दी और ग्लोइंग। मानसून के मौसम में वातावरण में नमी ज्यादा होती है। ऐसे में अगर आप सामान्य क्रीम, फाउंडेशन या मेकअप का इस्तेमाल करती हैं तो यह जल्दी पिघल जाता है और स्किन पर भारी परत बना लेता है। ये परत रोमछिद्रों को बंद कर सकती है, जिससे पिंपल्स, फंगल इंफेक्शन और एलर्जी जैसी समस्याएं हो सकती हैं। जबकि वाटरप्रूफ प्रोडक्ट्स हल्के होते हैं, पसीना या बारिश में बहते नहीं और स्किन को सांस लेने की जगह भी देते हैं। वाटरप्रूफ प्रोडक्ट्स जितने अच्छे होते हैं, उन्हें साफ करना भी उतना ही जरूरी है। दिनभर की धूल, पसीना और मेकअप के अवशेष स्किन पर रह जाएं, तो वो स्किन को डैमेज कर सकते हैं। इसके लिए ऑयल-बेस्ड मेकअप रिमूवर या क्लींजिंग बाम का इस्तेमाल करें। इससे मेकअप आसानी से हट जाएगा और स्किन को पोर्स क्लीन रहेंगे। मेकअप करने से पहले स्किन को टोनर और ऑयल-फ्री मॉइश्चराइजर से तैयार करें। हैवी मेकअप से बचें, हल्का और नेचुरल लुक मानसून में ज्यादा अच्छा लगता है। मेकअप के बाद फेस को टिशू से न रगड़ें, हल्के हाथों से ब्लॉट करें।

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