भास्कर न्यूज | अमृतसर एसजीपीसी के अध्यक्ष एडवोकेट हरजिंदर सिंह धामी ने शिअद के वरिष्ठ नेता बिक्रम सिंह मजीठिया के घर पर विजिलेंस रेड और गिरफ्तारी को पंजाब सरकार के अहंकार और राजनीतिक द्वेष से प्रेरित कदम बताया है। धामी ने कहा कि लोकतंत्र में किसी भी जननेता को धमकाने वाले तरीके से गिरफ्तार करना बेहद निंदनीय है। मजीठिया न केवल एक राजनीतिक नेता हैं, बल्कि पारिवारिक और सामाजिक हलकों में भी लोगों के बीच उनकी अच्छी प्रतिष्ठा है। उनकी पत्नी बीबी गनीव कौर मजीठिया भी लोकतांत्रिक तरीके से चुनी गई मौजूदा विधायक हैं, जिसके बावजूद बिना किसी नोटिस के मजीठिया परिवार के घर में अहंकारी घुसपैठ करना सरकार की ओछी सोच को दर्शाता है। धामी ने कहा कि बेटियों और बहनों को डराना-धमकाना, उनके साथ दुर्व्यवहार करना और निर्वाचित प्रतिनिधि के प्रति असम्मानजनक व्यवहार करना पंजाबी संस्कृति और नैतिक मूल्यों के खिलाफ है। उन्होंने कहा कि अगर कोई जांच या पूछताछ की जानी है तो उसके लिए कानूनी प्रक्रिया अपनाई जानी चाहिए। लोकतंत्र और नैतिक मूल्यों का उल्लंघन पुलिस प्रशासन और सरकार की बदले की भावना को उजागर करता है। एसजीपीसी अध्यक्ष ने व्यक्तिगत दुश्मनी और बदले की भावना की आड़ में शक्तियों का दुरुपयोग नहीं किया जाना चाहिए।
मजीठिया की गिरफ्तारी राजनीतिक प्रतिशोध का नतीजा : एसजीपीसी
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