भास्कर न्यूज | जालंधर डीएवी आयुर्वेदिक कॉलेज में आईएसएम डॉक्टर्स के लिए शुरू की नई क्रेडिट प्रणाली की पहली बैठक हुई। इसमें पंजाब बोर्ड के रजिस्ट्रार डॉ. संजीव गोयल और श्री गुरु रविदास आयुर्वेद यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए। तीन चरण में चलने वाले इस सत्र में एनसीआईएसएम द्वारा नियुक्त डॉ. नरिंदर सिंह और पंजाब से परीक्षा नियंत्रक डॉ. अंजू बाला और वजिंदर मुख्य ऑब्जर्वर के रूप मौजूद रहे। नीमा हरियाणा के अध्यक्ष डॉ. फोगाट और हरियाणा नीमा विमन फोरम की अध्यक्षा डॉ. अंजू फोगाट भी शामिल हुईं। जालंधर नीमा शाखा के प्रधान डॉ. एसपी डालिया ने मीटिंग शुरू की। मुख्य अतिथियों ने क्रेडिट प्रणाली और इसमें आने वाली समस्याओं के बारे में अवगत कराया। नीमा पंजाब के प्रधान डॉ. परविंदर बजाज ने लंबे समय से प्रतिक्षित इस योजना को पंजाब में विशेषकर जालंधर में सबसे पहले शुरू करने में केंद्र के प्रयासों की सराहना की। इस दौरान एनसीआईएसएम के अध्यक्ष डॉ. राकेश शर्मा और पंजाब बोर्ड के रजिस्ट्रार डॉ. संजीव गोयल के प्रयासों का धन्यवाद दिया। इसके बाद पंचकर्मा के एचओडी डॉ. प्रवीन शर्मा, भगंदर विभाग के एचओडी डॉ. दविंदर गुप्ता, पीसीओडी की एचओडी डॉ. रिंपलजीत कौर ने अपने विषयों पर विस्तार से चर्चा की। कार्यक्रम की बागडोर प्रोजेक्ट डायरेक्टर के रूप में बखूबी संभालते हुए नीमा पंजाब के महासचिव और नीमा राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य डॉ. अनिल नागरथ ने कहा कि सोमवार को 114 सदस्यों ने पूर्ण 10 दस क्रेडिट स्कोर अर्जित किए। नई क्रेडिट प्रणाली की बैठक में मौजूद चिकित्सक।
डीएवी आयुर्वेदिक कॉलेज में नई क्रेडिट प्रणाली की बैठक संपन्न
3