Maharashtra News: पिछले छह महीनों में मुंबई में 2 लाख 50 हजार चूहों को मारने का दावा भले ही बृहन्मुंबई महानगरपालिका कर रही हो, लेकिन यह पूरी बात बेहद संदिग्ध लगती है. इसलिए पिछले तीन महीनों के अभियान की जांच की जाए, मुंबई उपनगर के पालक मंत्री आशिष शेलार ने मनपा प्रशासन को ऐसे निर्देश दिए.
मनपा का कहना है कि पिछले 6 महीनों में 2.5 लाख चूहों का खात्मा किया गया है. 1 जून से 21 जून तक के दौरान जहर की गोलियों से मारे गए चूहों की संख्या 1,741 और पिंजरे से पकड़े गए चूहों की संख्या 2,015 है. मुंबई के 17 वार्डों में 17 एजेंसियां यह काम करती हैं, जबकि पिंजरे लगाकर चूहे पकड़ने का काम मनपा के कर्मचारी करते हैं. लेकिन यह संपूर्ण आंकड़ा संदेहास्पद लग रहा है.
डेंग्यू, मलेरिया, चिकुनगुनिया आणि लेप्टोस्पायरोसिस यांसारख्या साथींचा प्रभाव रोखण्यासाठी प्रतिबंधात्मक उपाययोजना मुंबई महानगरपालिकेकडून राबवल्या जातात. त्यामध्ये धूर फवारणी, घरगुती सर्व्हेक्षण, मलेरिया तपासणी, ORS गोळ्यांचे वाटप आणि क्लोरिन टॅबलेट वाटप तसेच डेंग्यू… pic.twitter.com/9YvxQYwknx
— Adv. Ashish Shelar – ॲड. आशिष शेलार (@ShelarAshish) June 25, 2025
आशिष शेलार ने दिया निर्देशवास्तव में कितने चूहे मारे गए? कहां फेंके गए? कितने क्षेत्रों में यह कार्रवाई हुई? क्या इसका कोई वीडियो या रिकॉर्डिंग किया गया? इन सभी बातों की पिछले तीन महीनों की जांच की जाए, ऐसा निर्देश मुंबई उपनगर के पालक मंत्री आशिष शेलार ने दिया.
उन्होंने यह भी कहा कि वे कई वर्षों से मनपा में नगरसेवक, विधान परिषद में विधायक और तीन बार विधानसभा के विधायक के रूप में मुंबई में काम कर रहे हैं, लेकिन कभी इतने बड़े पैमाने पर चूहे मारने की कोई कार्रवाई देखी या सुनी नहीं.
आशीष शेलार ने कहा कि कभी यह भी नहीं देखा कि कहीं पिंजरे लगाए गए हों. इसलिए, यह संपूर्ण मामला संदिग्ध प्रतीत होता है और इसकी जांच कर रिपोर्ट प्रस्तुत की जाए, ऐसे निर्देश शेलार ने अतिरिक्त आयुक्त को दिए.