कांगड़ा में धर्मांतरण की गतिविधियों का मामला सामने आया है। यह गांव दिल्ली भाजपा के संगठन मंत्री पवन राणा का पैतृक गांव है। घटना ज्वालामुखी उपमंडल की ग्राम पंचायत लगडू के तली गांव की है। ग्रामीणों ने बुधवार को एसडीएम ज्वालामुखी डॉ. संजीव शर्मा को शिकायत सौंपी है। उनका आरोप है कि ईसाई मिशनरी के लोग गांव में धर्मांतरण की गतिविधियां चला रहे हैं। ग्रामीणों के अनुसार, बाहरी लोग आर्थिक लालच और चमत्कारी इलाज का प्रलोभन देकर लोगों को धर्म बदलने के लिए प्रेरित कर रहे हैं। ग्रामीणों ने सवाल उठाया है कि क्षेत्र के कई गांवों में से ईसाई मिशनरी ने सत्संग और प्रचार के लिए तली गांव को ही क्यों चुना। विशेष रूप से इसलिए क्योंकि यह आरएसएस गांव से जुड़े भाजपा नेता का पैतृक गांव है। शिकायत में कहा गया है कि इन गतिविधियों से गांव का सांप्रदायिक सौहार्द और पुराना भाईचारा प्रभावित हो रहा है। ग्रामीणों ने एसडीएम से मामले की गंभीर जांच और कानूनी कार्रवाई की मांग की है। ग्रामीणों की पांच प्रमुख मांगें इस प्रकार हैं। गांव में हो रही संदिग्ध धर्मांतरण गतिविधियों की जांच के लिए एक विशेष टीम गठित की जाए। दोषियों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाए। फंडिंग स्रोतों के जरिए धर्मांतरण- ग्रामीण
ग्रामीणों को बहकावे से बचाने के लिए जागरूकता अभियान चलाया जाए। बैंक खातों और फंडिंग स्रोतों की भी जांच हो, जिनके जरिए धर्मांतरण को बढ़ावा दिया जा रहा है। भविष्य में किसी भी संगठन, संत या समूह द्वारा इस तरह की गतिविधियां न हों, इसके लिए प्रशासनिक आदेश जारी किए जाएं। इस ज्ञापन पर ग्राम पंचायत लगडू के प्रधान, उपप्रधान, पंचायत सदस्यों सहित हरदीपपुर और पुखरु गांवों के ग्रामीणों ने भी साइन किए हैं। ग्रामीणों ने प्रशासन से अपील की है कि इस संवेदनशील और गंभीर मुद्दे पर तत्काल और सख्त कार्रवाई की जाए, ताकि गांव में शांति, समरसता और संविधान सम्मत धार्मिक स्वतंत्रता बनी रह सके। भवानी शंकर ने इस बात पर भी चिंता जताई कि यदि समय रहते इन गतिविधियों पर रोक नहीं लगाई गई तो गांव में वैमनस्यता और सामाजिक टकराव की स्थिति बन सकती है।
कांगड़ा में दिल्ली BJP नेता के गांव में धर्मांतरण विवाद:ग्रामीणों ने SDM से की शिकायत, ईसाई मिशनरियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग
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