पानीपत जिले के गांव मांड़ी स्थित प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय में वीरवार को मातेश्वरी जगदंबा सरस्वती का स्मृति दिवस मनाया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ बीके शीतल मनाना ने मुरली वाचन के साथ किया। बीके शीतल ने कहा कि वर्तमान में युवा बुराइयों की ओर अधिक आकर्षित हो रहे हैं। बेहतर जीवन जीने का आह्वान उन्होंने विकारों का त्याग कर बेहतर जीवन जीने का आह्वान किया। उन्होंने माता-पिता से अपील की, कि वे अपनी संतान को सही रास्ता दिखाए, जिससे वे अच्छे नागरिक बन सकें। मातेश्वरी जगदंबा के जीवन का प्रसंग साझा करते हुए बताया कि उन्होंने मात्र 16 वर्ष की आयु में पितांबर बाना धारण कर बाबा के चरणों में समर्पण कर दिया। यह निर्णय उन्होंने तब लिया जब उनका विवाह तय हो चुका था। कार्यक्रम में ये रहे शामिल उन्होंने सांसारिक बंधनों को त्याग कर आजीवन ईश्वर सेवा का रास्ता चुना। कार्यक्रम में ग्रामीण महिलाओं और पुरुषों ने मातेश्वरी जगदंबा को पुष्प अर्पित किए। समापन पर मुख्य अतिथि मास्टर जसवीर सिंह घणघस का सम्मान किया गया। कार्यक्रम में बीके अनोखा रानी, बीके अंकुश, संतोष, सुदेश, सुनीता सहित कई लोग उपस्थित रहे।
पानीपत में मातेश्वरी जगदंबा सरस्वती स्मृति दिवस:मांड़ी में श्रद्धालुओं ने किया नमन, बुराइयों को त्यागने का लिया संकल्प
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