Delhi Extortion Case: दिल्ली के किशनगढ़ इलाके में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां खुद को पुलिस अफसर बताकर पांच युवकों ने एक युवक को अगवा किया और एक्सटॉर्शन मनी की मांग की. मगर उनकी यह फिल्मी साजिश ज्यादा देर टिक नहीं पाई, पीड़ित की समझदारी और पुलिस की तेज़ जांच के चलते सभी आरोपी पकड़े गए.
पुलिस ने इस सनसनीखेज वारदात में प्रवेश, आर्यमन चौधरी, ऋतिक, देव आनंद यादव और सरमन राय नाम के पांच युवकों को गिरफ्तार किया है. ये राजस्थान, उत्तर प्रदेश और हिमाचल प्रदेश से ताल्लुक रखते हैं और 22 से 25 वर्ष के उम्र के हैं.
दिल्ली पुलिस का अधिकारी बताकर जबरन किया अगवा डीसीपी अमित गोयल के मुताबिक, मामला 15 जून की रात का है, जब मुनिरका निवासी एक युवक को अचानक कुछ अजनबियों ने रास्ते में रोका. खुद को ‘दिल्ली पुलिस’ का अधिकारी बताकर उन्होंने उसे जबरन कार में बैठा लिया. उसके बाद धमकाकर उससे मोटी रकम की मांग करने लगे. लेकिन पीड़ित घबराया नहीं. मौका मिलते ही वह किसी तरह उनके चंगुल से निकल भागा और तुरंत पुलिस को सूचना दी.
मामले की गंभीरता को देखते हुए एसीपी रणवीर सिंह की निगरानी में इंस्पेक्टर राजीव कुमार और उनकी टीम ने तुरंत जांच शुरू की. घटना के आसपास लगे दर्जनों सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली गई. हालांकि वारदात में जिस कार का इस्तेमाल हुआ था, उसका नंबर स्पष्ट नहीं था, लेकिन पुलिस ने अपनी सूझबूझ से वाहन का लोकेशन और मूवमेंट ट्रेस किया.
गाड़ी को ट्रेस कर पहुंची पुलिस
जांच में आखिरकार पता चला कि गाड़ी सफदरजंग एन्क्लेव में रहने वाले प्रवेश नामक युवक के नाम रजिस्टर्ड है, जो जयपुर का मूल निवासी है. पुलिस ने उसे हिरासत में लिया तो पूरा मामला खुलकर सामने आ गया. प्रवेश ने न सिर्फ वारदात में अपनी भूमिका कबूली, बल्कि बाकी चार साथियों के नाम भी बताए. उसने बताया कि, वह वारदात के दौरान गाड़ी ड्राइव कर रहा था और उसके साथ गाड़ी में चार साथी भी मौजूद थे.
पुलिस ने उसकी निशानदेही पर बाकी आरोपियों को भी उनके ठिकानों से दबोच लिया. प्रवेश जयपुर का, आर्यमन हिमाचल प्रदेश का, ऋतिक उत्तर प्रदेश के झांसी का, देव आनंद अलवर राजस्थान का और सरमन राय कांगड़ा, हिमाचल प्रदेश का रहने वाला है. इन सभी ने स्नातक की पढ़ाई की है.
‘मैं पुलिस हूं’, कहकर युवक को दिल्ली से किया अगवा, फिर मांगी फिरौती, ऐसे खुली पूरी प्लानिंग की पोल
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