हिसार की चौधरी चरण सिंह हरियाणा एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी (एचएयू) के गर्ल्स हॉस्टल का वीडियो वायरल हुआ है। जिसमें कुछ छात्राएं हॉस्टल वार्डन हॉस्टल के कमरे खाली न करवाने की गुहार रही है और बार-बार विनती करती है कि उनको रहने दिया जाएं। वरना वह कहां जाएगी। मगर वार्डन भी कह रही है कि मेरी भी मजबूरी है। जैसे ऑर्डर आए हैं, वैसे ही आपको बता रही हूं। हॉस्टल तो आपको खाली करना होगा। वीडियो में छात्राएं कह रही है कि हॉस्टल के साथ मैस भी बंद कर रहे हैं। हम रहने-खाने और पढ़ने के लिए कहां जाएंगे। वार्डन यह भी कहती है कि हम आज पूरे दिन मीटिंग में थे। हमें जो आदेश मिले हैं कि वो हास्टल खाली करवाना है। मेरा पर्सनली कुछ नहीं है। सभी अपना सामान लेकर चली जाओ। यहीं नहीं वार्डन द्वारा पहले सभी छात्राओं को व्हाट्सप ग्रुप में मैसेज भेजे गए कि आज शाम तक सभी अपना सामान कमरों से बाहर ले जाएं और हॉस्टल खाली करना है। सख्त आदेश है। वरना हॉस्टल में रखे सामान की कोई जिम्मेवारी नहीं होगी। इसके साथ ही गर्ल्स हास्टल एक ओर वीडियो वायरल हुआ है, जिसमें हॉस्टल में सफाई व्यवस्था का बेहाल है और पीने के लिए वाटर कूलरों में पानी की बूंद तक नहीं आई और न ही टंकियों में पानी। इस पर यूनिवर्सिटी की स्टूडेंटस कमेटी ने रोष जताया है और चेतावनी दी है कि अगर किसी भी छात्रा के साथ हॉस्टल खाली करवाने पर जबरदस्ती की तो वह यूनिवर्सिटी बंद का फैसला 2 जुलाई के बजाय पहले भी ले सकते हैं। वहीं यूनिवर्सिटी ने भी जिला प्रशासन के माध्यम से जारी बयान में सफाई में कहा कि यह हॉस्टल खाली कराने की अफवाहें है। रात को छात्राओं ने खाना न मिलने पर हॉस्टल के बाहर किया प्रदर्शन इधर, यूनिवर्सिटी ने छात्राओं से हॉस्टल खाली करवा लिए और उनको खाना तक नहीं मिला। ऐसे में छात्राओं ने हॉस्टल के बाहर प्रदर्शन किया और रोष जताया। इस बीच छात्रों ने डायल 112 को भी कॉल कर मौके पर बुला लिया। कई देर तक हाई वोल्टेज ड्रामा चला। वहीं, सीएसओ सुखबीर सिंह की पत्नी हॉस्टल वार्डन बस कौर वीडियो बना रही एक छात्रा का फोन छीन लेती है। इसका एक वीडियो सोशल मीडिया पर काफी वायरल हुआ। इस पर छात्राओं ने रोष जताया। छात्रों से सीधा सरकार कर रही बात, इससे नाराजगी सूत्रों की मानें तो अब छात्रों और यूनिवर्सिटी प्रशासन के बीच सरकार व प्रशासन की एंट्री हो गई है। छात्रों से सीधा सरकार बात कर रही है। इस बात से यूनिवर्सिटी स्टाफ व प्रशासनिक अधिकारियों में भी नाराजगी है। इस हस्तक्षेप का असर छात्रों पर आ गया है। यूनिवर्सिटी में प्रशासनिक अधिकारियों की लगातार मीटिंग जारी है। हॉस्टल खाली कराने का फैसला भी ले लिया है। प्रशासन बीच की कड़ी बना है। हॉस्टल वार्डन और छात्राओं के बीच क्या संवाद हुआ, जो वायरल वीडियो में हैं छात्राएं – मैम आप मैस बंद करने के लिए बोल रहे हो। हॉस्टल भी बंद हो जाएगा तो कहां रहेंगे। मैस बंद होएगी तो खाना मैम। वार्डन – अपना अरेंजमेंट करके ले लाना। मैस बंद हो जाएगी। आप कहां रहोगे तो वहां क्या बताएं। अभी यहीं आदेश है कि हॉस्टल खाली करवा लो। अब आप से हॉस्टल खाली करवाएंगे। जब एक्जाम डेट आएगा। उससे एक दिन पहले आपको डेट मिल जाएगी। क्या पता डिलेय हो जाए। वहीं की मैस चलेगा, वहीं का सब कुछ होगा। इसलिए अपना सामान लेकर जाओ। जितनी जरूरत होगी, उतना ले आना। छात्राएं – मैम सेशन तो चल ही रहा है अभी। पढ़ने के लिए घर थोड़ी जाएंगे। वार्डन – मुझे क्या पता। मैं अपने आप से नहीं बोल रही ये बात। हमें ऊपर से आई है ये बात कि सेशन खत्म हो चुका है। रि-शेड्यूल होंगे तुम्हारे एक्जाम। थोड़े दिन बाद वापस आ जाना। अभी तुम खाली करके जाओ। छात्राएं – हम एक बार बात कर लेते हैं। वार्डन – किसी से भी बात कर ले बेटा। हमें यहीं बोला गया है, हम उन्हीं के ऑर्डर फोलो कर रहे हैं। ठीक है बेटे। हम भी अपने से थौंप नहीं रहे बेटे। हम भी सुबह से मीटिंगों में बैठे हैं। जो भी चेंज होगा, वो इन्फार्म कर दिया जाएगा। ठीक है। मेरा पर्सनल कुछ नहीं है इसमें। जो बहुत दूर से हैं और ले ही नहीं जा सकता। वो एक रूम में अपना सामान रख दें। अपना फोन नंबर दे दो। हर रूम में सामान रखा हो ऐसा नहीं चलेगा। मैस के लिए दो-तीन दिन की राहत दी है। छात्राएं – हम समझ रहे हैं मैडम। अभी सेशन शुरू ही नहीं हुआ, खत्म हो गया। वार्डन – हमारे पास जो ऑर्डर है, उस हिसाब से टेंशन खत्म है। जो पेपर थे, वो हो गए। अगर रि-शेड्यूल होंगे तो वो तुम्हारे फेवर में होंगे। मेरा कोई रोल नहीं है। मेरा किसी से पर्सनल दुश्मनी नहीं है। जैसे ऑर्डर आए हैं, वैसे ही मैंने आपको बोल दिया है। मेरी जगह बैठकर देखो, तभी सब चीजें समझ में आएगी। हॉस्टल खाली करवाने की बातें हैं बुनियाद, समर ब्रेक में हर साल होती है रूटिन रिपेयर : यूनिवर्सिटी प्रशासन कुछ आंदोलनकारियों की ओर से हॉस्टल खाली करवाने संबंधी बयान का खंडन करते हुए विश्वविद्यालय प्रशासन की ओर से कहा गया है कि यह बात बेबुनियाद है क्योंकि समर वेकेशन के दौरान हर साल लगभग एक माह विश्वविद्यालय में कोई शैक्षणिक गतिविधि नहीं होती और बच्चे भी छुट्टियों में अपने घरों को जाते हैं। इस दौरान ही विश्वविद्यालय के हॉस्टलों में रिपेयर का कार्य किया जाता है। कानून एवं शांति व्यवस्था बनाए रखने को जिलाधीश द्वारा महत्वपूर्ण आदेश जारी
भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता 2023 की धारा 16 व 17 के अंतर्गत दी गई शक्तियों का प्रयोग करके जिलाधीश अनीश यादव ने कानून व शांति व्यवस्था बनाए रखने तथा किसी भी आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए 6 ड्यूटी मजिस्ट्रेट व 4 पर्यवेक्षण अधिकारियों को हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय हिसार के चारों गेटों पर नियुक्त किया है। सरकार व प्रशासन ने छात्रों को बताया आंदोलनकारी जिला प्रशासन ने कहा है कि अभी तक सरकार और प्रशासनिक अधिकारियों ने आंदोलनकारी छात्रों से अभिभावक बनकर बात की है, ताकि उनके भविष्य पर कोई प्रश्न चिन्ह ना लगे। छात्रों का पूरा ध्यान अपना भविष्य बनाने की ओर होना चाहिए। परीक्षाओं के अलावा एंट्रेंस एग्जाम बड़ी संख्या में छात्रों के भविष्य से जुड़ी गतिविधियां हैं। अकेले एंट्रेंस एग्जाम के लिए लगभग 9 हजार विद्यार्थियों ने पंजीकरण किया है। एकेडमिक कैलेंडर में बदलाव करने का मतलब छात्रों के भविष्य से खिलवाड़ करना है। शरारती तत्वों पर करेंगे कड़ी कार्रवाई जिला पुलिस ने जारी बयान में कहा है कि आमजन की सुरक्षा हमारी जिम्मेदारी है। इस जिम्मेवारी को निभाने के लिए पुलिस अपना काम करेगी। इस प्रकरण में दर्ज सभी पक्षों की एफआईआर पर भी गंभीरता से कार्यवाही होगी। कुछ लोग छात्रों काे बरगला रहे हैं। यह लोग शरारती तत्व होते हैं जिन्हें किसी के भी भले बुरे से कोई लेना देना नहीं होता।
हिसार यूनिवर्सिटी के गर्ल्स हॉस्टल का वीडियो वायरल:सरकार-प्रशासन के हस्तक्षेप की गाज HAU छात्राओं पर गिरी, जबरन कराए खाली, वार्डन के चेतावनी मैसेज
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