यमुनानगर में आज एक बार फिर शराब के ठेकों की नीलामी होने जा रही है। गैंगस्टरों के खौफ के कारण पहले नीलामी से पीछे हटने वाले ठेकेदार अब कुख्यात गैंगस्टर रोमिल वोहरा के एनकाउंटर के बाद हिम्मत जुटा रहे हैं। जिले में शराब के ठेकों के कुल 55 जोन हैं। इनमें से 10 जोन की नीलामी प्रशासन के कड़े प्रयासों के बाद पहले ही हो चुकी थी। हालांकि, बाकी 45 जोन की नीलामी कराना प्रशासन के लिए चुनौती बना हुआ था। हाल ही में आयोजित एक नीलामियों में कोई भी ठेकेदार हिस्सा लेने के लिए सामने नहीं आया। एनकाउंटर के बाद बदला माहौल मंगलवार सुबह रोमिल वोहरा के एनकाउंटर की खबर ने माहौल बदला। प्रशासन ने अगले ही दिन बुधवार को नीलामी का आयोजन किया, जिसमें 45 में से 5 जोन की नीलामी सफल रही। इस सफलता से उत्साहित होकर प्रशासन आज फिर से नीलामी आयोजित कर रहा है। अधिकारियों को उम्मीद है कि गैंगस्टर के खौफ के कम होने से आज पहले की तुलना में ज्यादा ठेके नीलाम होंगे। प्रशासन का लक्ष्य बाकी बचे जोन की नीलामी को जल्द से जल्द पूरा करना है, ताकि जिले में शराब के कारोबार को सुचारू रूप से चलाया जा सके। ठेके न बिकने से 90% क्षेत्र हुआ ड्राई जोन ठेकों के न बिकने से जिले का 90% क्षेत्र ड्राई जोन घोषित हो चुका है, जिसके चलते अवैध शराब की तस्करी बढ़ गई है। पुलिस और आबकारी विभाग ने हाल ही में चार स्थानों से देसी और अंग्रेजी शराब बरामद की। मिल्क माजरा टोल टैक्स के पास एंटी नारकोटिक्स सेल ने एक महिंद्रा पिकअप से अवैध शराब की बड़ी खेप पकड़ी। नीलामी न होने से सरकार को भारी राजस्व हानि हो रही है। यमुनानगर में शेष 40 जोनों का रिजर्व प्राइस 391 करोड़ 11 लाख 30 हजार रुपए है। अनुमान है कि यदि ये जाेन नहीं बिकते हैं तो सरकार को 400 करोड़ रुपए से अधिक का नुकसान हो सकता है। पिछले वर्ष हरियाणा में शराब ठेकों से 12 हजार करोड़ रुपए का राजस्व प्राप्त हुआ था, जिसमें 7500 करोड़ रुपए की लाइसेंस फीस शामिल थी।
यमुनानगर में आज फिर होगी शराब के ठेकों की नीलामी:गैंगस्टर के एनकाउंटर के बाद ठेकेदारों में हिम्मत, 40 जोन की लगेगी बोली
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