Maharashtra News: महाराष्ट्र के मुंबई में कैंसर रोगी अपनी दादी को आरे कॉलोनी के पास जंगल में छोड़ने के आरोप में 33 साल के एक व्यक्ति और दो अन्य लोगों को गिरफ्तार किया गया है. पुलिस ने यह जानकारी दी. लगभग 70 साल की महिला 22 जून की सुबह एक कूड़े के ढेर के पास पायी गयी थी और उसकी हालत खराब थी, जिसके बाद पुलिस ने उसे अस्पताल में भर्ती कराया.
सीसीटीवी फुटेज में क्या निकला?
पुलिस के एक अधिकारी ने गुरुवार को बताया कि सीसीटीवी फुटेज में बुजुर्ग महिला के 33 साल के पोते सागर शेवाले, 70 साल के बहनोई बाबासाहेब गायकवाड़ और 27 साल के ऑटो रिक्शा चालक संजय कादरेशम को कथित तौर पर महिला को उस स्थान पर छोड़ते हुए देखा गया, जहां वह मिली थी.
अधिकारी ने बताया कि तीनों को बुधवार को भारतीय न्याय संहिता की धारा 125 (दूसरों के जीवन या व्यक्तिगत सुरक्षा को खतरे में डालने वाला कृत्य) और माता-पिता और वरिष्ठ नागरिकों के भरण-पोषण और कल्याण अधिनियम के तहत गिरफ्तार किया गया.
स्थानीय लोगों ने सुबह 8:30 बजे के यशोदा दिखीं थीं. तुरंत पुलिस को खबर की गई. वह गुलाबी नाइट ड्रेस और ग्रे पेटीकोट पहने हुई थी. उनकी आंखों में एक ऐसी बेबसी थी, जो किसी भी इंसान को विचलित कर सकती थी. संक्रमण की बदबू हवा में फैली हुई थी, और उसका शरीर इतना कमजोर था कि वह खुद को संभाल नहीं पा रही थी.
अधिकारियों ने महिला को भर्ती करने से इनकार किया
सीसीटीवी फुटेज से पता चला है कि आरोपी बोरीवली निवासी महिला को 21 जून की रात को पहले नगर निगम द्वारा संचालित शताब्दी अस्पताल ले गए, लेकिन जब अस्पताल के अधिकारियों ने उसे भर्ती करने से इनकार कर दिया, तो वे उसे आरे जंगल में ले गए और वहां छोड़ दिया. अधिकारी ने बताया कि महिला का इलाज अब शहर के जुहू इलाके में स्थित सरकारी कूपर अस्पताल में किया जा रहा है.
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