पंजाब के अमृतसर में थाना कैंट क्षेत्र में सिक्योरिटी गार्ड की हत्या के मामले को पुलिस ने महज 12 घंटे के भीतर सुलझा लिया है। पत्नी के अवैध संबंधों के शक में एक व्यक्ति ने अपने साथी के साथ मिलकर इस वारदात को अंजाम दिया था। पुलिस ने जांच के बाद दो आरोपियों को पकड़ने में सफलता हासिल की है। डीसीपी लॉ एंड ऑर्डर आलम विजय सिंह ने जानकारी दी कि घटना 26 जून 2025 की शाम की है, जब 40 वर्षीय सिक्योरिटी गार्ड वरिंदर सिंह की सिल्वर ओक कॉलोनी, लोहारका रोड, अमृतसर में तेजधार हथियार से हत्या कर दी गई। मामले की रिपोर्ट मृतक के बेटे गुरसेवक सिंह ने दर्ज करवाई। पुलिस ने जांच शुरू की तो मामला प्रेम संबंधों के शक का निकला। आरोपी को शक था कि उसकी पत्नी के मृतक वरिंदर सिंह के साथ अवैध संबंध हैं, इसी रंजिश के चलते वारदात को अंजाम दिया गया। आरोपियों की पहचान सुखविंदर सिंह (37) पुत्र बलबीर सिंह निवासी गुंमटाला के रूप में हुई है। अभी वह गांव गुरवाली तरनतारन रोड में रह रहा था और ऑटो चलाकर अपना गुजारा करता था। उसका साथी गुरप्रीत सिंह उर्फ गोपी (33) गांव तलवंडी जिला गुरदासपुर का रहने वाला है। वह चिकन की दुकान पर काम करता है। जम्मू भाग गया था आरोपी पुलिस ने जानकारी दी कि हत्या के बाद दोनों आरोपी मोटरसाइकिल पर सवार होकर गुरप्रीत सिंह के गांव तलवंडी चीर बटाला जिला गुरदासपुर भाग गए थे। वहीं गोपी ने बाइक छिपा ली और सुखविंदर जम्मू भाग गया। पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए जम्मू से सुखविंदर और तलवंडी से गोपी को गिरफ्तार कर लिया। हत्या में इस्तेमाल की गई दातर और मोटरसाइकिल भी बरामद कर ली गई है। दोनों ममेरे-फुफेरे भाई थाना कैंट प्रभारी इंस्पेक्टर अमनदीप कौर की अगुवाई में पुलिस टीम ने पुलिस कमिश्नर गुरप्रीत सिंह भुल्लर के निर्देश पर कार्रवाई करते हुए दोनों आरोपियों को 12 घंटे में गिरफ्तार कर लिया। पुलिस के अनुसार, दोनों आरोपी ममेरे-फुफेरे भाई हैं। दोनों से पूछताछ जारी है।
अमृतसर में सिक्योरिटी गार्ड की हत्या का मामला सुलझा:पत्नी के अवैध संबंधों के शक में उठाया कदम; कजन भाइयों ने मिलकर मारा
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