हरियाणा के वन एवं पर्यावरण मंत्री राव नरबीर सिंह ने पंचकूला में वन विभाग की परियोजनाओं का दौरा किया। उन्होंने वन विभाग की नर्सरी का निरीक्षण किया। नर्सरी में इस सीजन के लिए 20 लाख पौधे तैयार किए गए हैं। मंत्री ने अधिकारियों को आगामी पौधारोपण अभियान को जन आंदोलन बनाने के निर्देश दिए। उन्होंने दो वर्ष पूर्व लगाए गए पौधों की स्थिति का जायजा लिया। थापली स्थित नेचर कैप का भी दौरा मंत्री ने कहा कि पौधों की समुचित देखरेख और संरक्षण सुनिश्चित किया जाए। राव नरबीर सिंह ने थापली स्थित नेचर कैप का भी दौरा किया। उन्होंने नेचरोपैथी सेंटर की व्यवस्थाओं का निरीक्षण किया। विशेषज्ञों को अधिक लोगों को प्राकृतिक चिकित्सा से लाभान्वित करने के निर्देश दिए। प्रयोग केंद्र नई पीढ़ी में जागरूकता मंत्री ने क्लाइमेट चेंज लैब का भी निरीक्षण किया। यहां स्टूडेंट को जल संरक्षण और पर्यावरण संरक्षण की व्यावहारिक शिक्षा दी जाती है। उन्होंने कहा कि ये प्रयोग केंद्र नई पीढ़ी में जागरूकता लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं। इसके बाद राव नरबीर ने मांधना गांव स्थित त्रिफला वाटिका का दौरा किया और वहां लगे औषधीय पौधों के बारे में जानकारी ली। आयुर्वेदिक महत्व वाले पौधों को संरक्षित करें उन्होंने निर्देश दिए कि आयुर्वेदिक महत्व वाले इन पौधों को संरक्षित किया जाए और इनकी संख्या में वृद्धि की जाए, ताकि यह वाटिका पारंपरिक चिकित्सा के क्षेत्र में एक प्रभावी मॉडल बन सके। दौरे के अंत में वन मंत्री मोरनी स्थित किले में पहुंचे, जहां स्थानीय पंचायतों दूधगढ़, भोज राजपुरा और बालद वाला की ओर से उन्हें एक मांग पत्र सौंपा गया। मंत्री ने ग्रामीणों को दिया आश्वासन राव नरबीर ने ग्रामीणों को आश्वस्त किया कि उनकी उचित मांगों पर सकारात्मक कार्रवाई की जाएगी। इस अवसर पर प्रधान मुख्य वन संरक्षक श्री विनीत गर्ग, जिला वन अधिकारी विशाल कौशिक, रेंज फॉरेस्ट ऑफिसर मनीर गुप्ता सहित वन विभाग के कई अधिकारी और कर्मचारी उपस्थित थे।
पंचकूला में वन मंत्री राव नरबीर का नर्सरी में दौरा:20 लाख पौधे तैयार, पौधारोपण को जन आंदोलन बनाने का आह्वान
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