अमेरिका से डिपोर्ट हुआ युवक लुधियाना में लापता:दिल्ली एयरपोर्ट से घर नहीं पहुंचा, 50 लाख रुपए का लिया था कर्ज,2 महीने बाद हुई FIR

by Carbonmedia
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पंजाब के लुधियाना में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जिसमें 29 वर्षीय अमृतपाल सिंह निवासी राजा गार्डन, हंबड़ा रोड लापता हो गया है। अमृतपाल को अप्रैल, 2025 में अमेरिका से डिपोर्ट कर दिया गया था। लुधियाना पहुंचने के बाद रहस्यमय परिस्थितियों में वह लापता हो गया। पीड़ित का अभी तक पता नहीं चल पाया है। लुधियाना पुलिस ने पीड़ित के भाई गुरजीत सिंह की शिकायत पर दो महीने से अधिक समय बाद मामला दर्ज किया। अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ पुलिस ने इस संदेह पर मामला दर्ज किया गया कि उन्होंने पीड़ित को अवैध रूप से बंधक बनाकर रखा होगा। 50 लाख रुपए उधार लेकर गया था अमृतपाल अमेरिका पीड़ित के भाई गुरजीत सिंह ने बताया कि उसका भाई अमेरिका में बसना चाहता था। जालंधर स्थित एक ट्रैवल एजेंट ने अमृतपाल को अमेरिका भेजने का वादा किया और बदले में एजेंट ने 50 लाख रुपये की मांग की। एजेंट पर विश्वास करके उन्होंने 50 लाख रुपये उधार लिए और 2023 में एजेंट को दे दिए। जुलाई 2023 में एजेंट ने पहले उसके भाई को दुबई भेजा और फिर विभिन्न देशों से होते हुए उसका भाई डंकी के रास्ते अमेरिका में घुसने में कामयाब हो गया। स्टोर पर अमृतपाल करता था काम गुरजीत ने बताया-मेरा भाई 2023 में अमेरिका पहुंचा था और एक स्टोर पर काम भी कर रहा था। वर्ष 2024 में अवैध प्रवासियों के खिलाफ कार्रवाई के दौरान जून के महीने में उसके भाई को अमेरिकी इमीग्रेशन विभाग ने पकड़ लिया था। उसे कई महीनों तक हिरासत में रखा गया। 9 अप्रैल को अमृतपाल पहुंचा था दिल्ली एयरपोर्ट गुरजीत ने बताया कि 9 अप्रैल को उसका भाई चार अन्य डिपोर्ट हुए लोगों के साथ दिल्ली हवाई अड्डे पर पहुंचा। हालांकि वे हवाई अड्डे पर गए थे, लेकिन अमृतपाल से नहीं मिल पाए, लेकिन उन्हें हवाई अड्डे के अधिकारियों से पुष्टि मिल गई थी कि अमृतपाल उतर गया है। अमृतपाल घर नहीं पहुंचा था। हमने उसे कई जगहों पर खोजा, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ। 11 अप्रैल को डीएमसी अस्पताल के नजदीक होटल में लिया था अमृतपाल ने कमरा बाद में हमें पता चला कि उसने 11 अप्रैल को लुधियाना के डीएमसी अस्पताल के पास एक होटल में कमरा लिया था। होटल के सीसीटीवी फुटेज से भी उसके होटल में होने की पुष्टि हुई। फिर 12 अप्रैल को वह घुमार मंडी में एक मोबाइल की दुकान पर गया, जहां उसने अपना आईफोन बेचकर एक सस्ता फोन खरीदा। दुकान की फुटेज से भी इसकी पुष्टि हुई।
गुरजीत ने आरोप लगाया कि 14 अप्रैल को उन्होंने पुलिस कमिश्नर कार्यालय में शिकायत दर्ज कराई थी और फिर 29 अप्रैल को पीएयू थाने में भी शिकायत दर्ज कराई गई, लेकिन पुलिस ने टालमटोल का रवैया अपनाया और मामला दर्ज नहीं किया। दो महीने बाद पुलिस ने दर्ज किया मामला अब दो महीने से अधिक समय बीत जाने के बाद पुलिस ने मामला दर्ज किया है। गुरजीत ने कहा कि पुलिस ने उन्हें बताया था कि अमृतपाल ने आईफोन बेचकर जो फोन खरीदा था, उसे सर्विलांस पर रखा गया था, लेकिन उस फोन में कोई नया सिम नहीं डाला गया था। हमें संदेह है कि मेरा भाई डिप्रेशन में चला गया होगा, क्योंकि 50 लाख रुपये खर्च करने के बावजूद उसे अमेरिका से डिपोर्ट कर दिया गया। उसने कोई गलत कदम भी उठाया होगा इस बात का भी उन्हें संदेह है। उन्हें यह भी शक है कि अमृतपाल को कुछ अज्ञात व्यक्तियों द्वारा अवैध रूप से बंधक बनाकर रखा गया होगा। पुलिस को मामले की जांच तेज करनी चाहिए, ताकि अमृतपाल का पता लगाया जा सके। गुरजीत ने कहा कि जालंधर स्थित ट्रैवल एजेंट के खिलाफ भी एफआईआर दर्ज करने की मांग की गई है।

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