India Iran Relations: भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने शुक्रवार (27 जून 2025) को ईरान के विदेश मंत्री सैयद अब्बास अराघची से बात की. भारतीय नागरिकों को ईरान से सुरक्षित बाहर निकालने में मदद करने के लिए एस जयशंकर ने उन्हें धन्यवाद कहा. उन्होंने एक्स पर पोस्ट कर कहा, “मौजूदा हालात पर ईरान का नजरिया और सोच साझा करने के लिए उनकी सराहना करता हूं. नागरिकों के सुरक्षित रेस्क्यू में मदद करने के लिए धन्यवाद.”
ऑपरेशन सिंधू के तहत भारतीयों को ईरान से निकाला गया
इजरायल-ईरान के बीच चल रहे जंग के दौरान भारत ने ऑपरेशन सिंधु चलाया और वहां से अपने नागरिकों को स्वदेश लाया. विदेश मंत्रालय ने बताया कि 18 जून को शुरू किए गए ऑपरेशन सिंधू के तहत 19 विशेष उड़ानों के जरिए अभी तक 4,400 से अधिक भारतीय नागरिकों को वहां से निकाला गया है.
विदेश मंत्रालय ने कहा कि भारत जमीनी स्तर पर स्थिति का आकलन कर रही है और इसके आधार पर निर्णय लिया जाएगा कि अभियान को जारी रखा जाए या नहीं. विदेश मंत्रालय ने प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा, ‘‘आर्मेनिया के येरवन से एक विशेष विमान 26 जून को रात साढ़े 10 बजे नई दिल्ली पहुंचा, जिसमें ईरान से 173 भारतीय नागरिकों को लाया गया है.”
4,400 से अधिक भारतीय नागरिकों को देश लाया गया
उन्होंने कहा, “ऑपरेशन सिंधू के तहत अब तक कुल 4,415 भारतीय नागरिकों (ईरान से 3,597 और इजरायल से 818) को भारतीय वायु सेना के तीन विमानों सहित 19 स्पेशल विमान के जरिए निकाला गया है. 14 ओसीआई (भारत के प्रवासी नागरिक) कार्ड धारक, 9 नेपाली नागरिक, 4 श्रीलंकाई नागरिक, एक भारतीय नागरिक और उनकी ईरानी पत्नी को भी ईरान से निकाला गया.
भारत ने 24 जून को कहा था कि वह पूरी स्थिति को लेकर चिंतित है, लेकिन ईरान और इजरायल के बीच सीजफायर की रिपोर्ट का स्वागत करता है. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की ओर से ईरान और इजरायल के बीच युद्धविराम के दावे करने के कुछ घंटों बाद भारत ने कहा था कि वह स्थिति हल करने के लिए अपनी भूमिका निभाने को तैयार है. भारत ने आगे बढ़ने के लिहाज से बातचीत और कूटनीति’ का रास्ता अपनाने पर जोर दिया. (इनपुट पीटीआई एजेंसी के साथ)
ये भी पढ़ें : ‘पैर पकड़े, गिड़गिड़ाई, लेकिन वे खींचकर रूम में ले गए और…’ कोलकाता गैंगरेप की पीड़िता की दिल दहलाने वाली आपबीती
एस जयशंकर ने ईरान के विदेश मंत्री से की बात, भारतीय लोगों के रेस्क्यू के लिए कहा- थैंक्यू
3