पंजाब के फरीदकोट में बाबा फरीद मेडिकल यूनिवर्सिटी में स्टाइपेंड बढ़ाने की मांग को लेकर डॉक्टर हड़ताल पर चले गए हैं। यूनिवर्सिटी के अधीन गुरु गोबिंद सिंह मेडिकल कॉलेज अस्पताल में पोस्ट ग्रेजुएशन (पीजी) कोर्स कर रहे डॉक्टरों और एमबीबीएस की इंटर्नशिप कर रहे जूनियर डॉक्टरों ने स्टाइपेंड बढ़ाए जाने की मांग की। इस दौरान हड़ताली डॉक्टरों ने आपातकालीन सेवाओं को छोड़कर बाकी हर तरह की सेवाएं ठप रखी और ओपीडी ब्लॉक के गेट पर राज्य सरकार के खिलाफ धरना दिया। प्रदर्शनकारियों ने मांग रखी कि जिस तरह राज्य सरकार हर साल मेडिकल कॉलेजों की फीसों में बढ़ोतरी करती है, उसी तर्ज पर पीजी व इंटर्नशिप डॉक्टरों के स्टाइपेंड में भी बढ़ोतरी की जाए। जानकारी के अनुसार, राज्य भर के मेडिकल कॉलेजों में पीजी कोर्स करने वाले डॉक्टर को 67 हजार प्रति माह और एमबीबीएस इंटर्नशिप करने वाले डॉक्टर को 15 हजार प्रति माह स्टाइपेंड दिया जाता है, जिसमें पिछले कुछ साल से सरकार ने कोई बढ़ोतरी नहीं की है, जबकि मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस और पीजी कोर्स की फीस में हर साल लगभग 5 से 10 प्रतिशत बढ़ोतरी की जा रही है। स्टाइपेंड बढ़ाने की मांग को लेकर कुछ दिन पहले ही फरीदकोट के गुर गोबिंद सिंह मेडिकल कॉलेज अस्पताल में इंटर्नशिप कर रहे जूनियर डॉक्टरों ने भी राज्य सरकार व मेडिकल शिक्षा विभाग के खिलाफ प्रदर्शन किया था और अब डॉक्टर्स हड़ताल पर चले गए है। सुनवाई ना होने पर हड़ताल करने को हुए मजबूर- डॉक्टर्स
इस मौके पर प्रदर्शनकारियों की नेता डॉ.मनप्रीत कौर, डॉ. गुरजैसमीन कौर व डॉ मनमोहन व अन्य प्रदर्शनकारी डॉक्टरों ने कहा कि जिस तरह सरकार एमबीबीएस और पीजी कोर्स की फीस बढ़ा रही है, ठीक उसी तरह स्टाइपेंड भी बढ़ाया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि देश के दूसरे राज्यों के मुकाबले पंजाब में मेडिकल कालेजों की फीस सबसे ज्यादा है जबकि स्टाइपेंड सबसे कम है। वह पिछले लंबे समय से यह मांग कर रहे है पर सुनवाई ना होने के चलते हड़ताल करने को मजबूर हुए है। उन्होंने कहा कि जब तक स्टाइपेंड नहीं बढ़ाया जाता,वह हड़ताल वापिस नहीं लेंगे।
फरीदकोट मेडिकल अस्पताल में हड़ताल पर गए डॉक्टर्स:स्टाइपेंड बढ़ाने की मांग, सेवाएं ठप कर धरना दिया, मरीज परेशान
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