रथ खींचते हाथ, झूमते कदम, हर मोड़ पर दिव्य स्वागत

by Carbonmedia
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भास्कर न्यूज | लुधियाना शाम के पांच बजे थे, जगराओं पुल के सामने स्थित श्री दुर्गा माता मंदिर के बाहर हजारों श्रद्धालुओं की भीड़ जुट चुकी थी। हर कोई बस भगवान जगन्नाथ जी को देखने के लिए आतुर था। इस्कॉन और भगवान जगन्नाथ रथयात्रा महोत्सव कमेटी की ओर से आयोजित इस भव्य आयोजन की शुरुआत सोने की झाड़ू से हुई। जैसे ही मुख्यातिथियों ने रथ के मार्ग की प्रतीकात्मक सफाई की, पूरा माहौल जय जगन्नाथ! के जयकारों से गूंज उठा। रथ यात्रा जैसे ही दुर्गा मंदिर से रवाना हुई, सामने विशालकाय रथ को श्रद्धालु रस्सों से खींचते हुए आगे बढ़े। भगवान जगन्नाथ, बलराम और सुभद्रा जी के भव्य स्वरूपों से सजे रथ को देखकर श्रद्धालु झूमने लगे। रथयात्रा की अगुवाई में हरिनाम संकीर्तन का स्वर गूंजने लगा भक्तों के तू पालनहारे, तू ही संकट हारे रे…जिस पर भक्त झूमते नजर आए। जैसे ही रथ फव्वारा चौक पहुंचा, श्रद्धालुओं ने पुष्पवर्षा से स्वागत किया। जगह-जगह बने मंचों से गुलाब की पंखुड़ियां बरसाईं गईं। बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक हर कोई भक्ति में सराबोर था। जय जगन्नाथ, जय बलदेव, जय सुभद्रा के गगनभेदी जयकारे माहौल को भक्तिमय बना चुके थे। रथ जैसे ही घुमार मंडी की ओर बढ़ा, विदेशी महिला भक्तों की टोली हरिनाम संकीर्तन करती हुई आगे बढ़ रही थी। नृत्य और भक्ति के संगम ने मानो नगर को वृंदावन बना दिया हो। जगह-जगह रंगोली बनाई गई और रथ के आगे श्रद्धालु झाड़ू लगाते हुए दिखाई दे रहे थे। परशुराम सांगवान (वृंदावन), श्री हित शरण करण कृष्ण जी और श्री राधा माधव संकीर्तन मंडल की ओर से प्रस्तुत भजनों ने श्रद्धालुओं को दिव्य अनुभव दिया। आरती चौक पर जैसे ही रथ पहुंचा, माहौल और भी भावुक हो गया। जग में प्यारा तेरा नाम, हे जगन्नाथ भगवान और रथ पे सवार आजा, जग के रखवाले जैसे भजन गाते हुए श्रद्धालु नाचते-गाते रथ के साथ आगे बढ़े। रथयात्रा का समापन मेहर मिडॉस, फिरोजपुर रोड पर हुआ, जहां भगवान को 1008 दीपों से महाआरती की गई और 56 भोग अर्पित किए गए। पूरे रथयात्रा मार्ग को पार्षद प्रदीप शर्मा गैबी और उनकी टीम ने रंगोली, लाइटिंग और फूलों से सजाया था। लुधियाना क्लब, सतलुज क्लब, शिव वेलफेयर सोसायटी, कैमिस्ट एसोसिएशन, ओमेक्स ग्रुप, श्री ज्ञान स्थल मंदिर, वीके एलीगैंसी और महाराजा ग्रुप सहित दर्जनों संस्थाओं ने स्वागत मंच लगाकर पुष्पवर्षा से यात्रा का स्वागत किया। महाकाल संघ द्वारा भगवान की 1008 दीपों से आरती की गई। नेताओं और अतिथियों ने बढ़ाया उत्साह: इस रथयात्रा में आम आदमी पार्टी के पंजाब प्रधान अमन अरोड़ा, बीजेपी के तरुण चुघ, परउपकार सिंह घुम्मण, विधायक मदन बग्गा, मेयर इंदरजीत कौर सहित कई नेताओं की उपस्थिति ने आयोजन को और भव्य बना दिया। इस्कॉन कुरुक्षेत्र अध्यक्ष साक्षी गोपाल दास व लुधियाना अध्यक्ष नरोत्तम नंद दास ने शास्त्रों के माध्यम से रथयात्रा की महिमा का उल्लेख किया। महोत्सव कमेटी के प्रधान सतीश गुप्ता और महासचिव संजीव सूद बांका ने सभी श्रद्धालुओं और कार्यकर्ताओं को रथयात्रा की सफलता के लिए बधाई दी। इस दौरान इस्कॉन कुरुक्षेत्र अध्यक्ष साक्षी गोपाल दास व लुधियाना अध्यक्ष नरोत्तम नंद दास ने शास्त्रों का हवाला देते हुए रथयात्रा की पौराणिक परंपरा की महिमा बताई। समापन समारोह में वरिन्द्र शर्मा बॉबी, अनिल अग्रवाल, संजीव गुप्ता, विकास गोयल विक्की, राजिन्द्र छाबड़ा, सुरिन्द्र नैय्यर बिट्टू, हरीश जयरथ बिट्टू, अनिल सलूजा समेत कई लोग शामिल रहे।

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