बर्कशायर हैथवे सीईओ व इन्वेस्टर वॉरेन बफेट (94) ने अपने फर्म के 6 अरब डॉलर (करीब ₹51,300 करोड़) के शेयर गेट्स फाउंडेशन और अपनी चार फैमिली चैरिटीज को दान किया है। ये उनकी अब तक की सबसे बड़ी एनुअल डोनेशन है। हालिया डोनेशन में बफेट ने 94.3 लाख शेयर्स गेट्स फाउंडेशन को दिए। सुसान थॉम्पसन बफेट फाउंडेशन को 43,384 शेयर्स को दान किया और अपने तीन बच्चों के फाउंडेशन को 19,81,098 शेयर्स दिए… दो दशक में ₹5.13 लाख करोड़ दान किया बफेट साल 2006 से दान कर रहे हैं। मौजूदा डोनेशन को मिलाकर अब तक उनकी कुल दान की गई राशि 60 अरब डॉलर (करीब ₹5.13 लाख करोड़) हो गई है। वॉरेन बफेट के पास अभी भी बर्कशायर के 13.8% शेयर हैं। बफेट 1965 से नेब्रास्का के ओमाहा में बर्कशायर को लीड कर रहे हैं। वसीयत में बच्चों के ट्रस्ट को 99.5% संपत्ति दान की बफेट ने एक बयान में कहा था कि वे अपनी कंपनी बर्कशायर का कोई भी शेयर बेचना नहीं चाहते। पिछले साल उन्होंने अपनी वसीयत बदली, जिसमें उनकी मृत्यु के बाद 99.5% दौलत एक चैरिटेबल ट्रस्ट को देने का फैसला किया, जिसे उनके बच्चे देखेंगे। बफेट के तीनों बच्चों को ये संपत्ति 10 साल में बांटना होगा और मिलकर यह तय करने होगा कि पैसा कहां खर्च होगा। उनके बच्चे सूसी बफेट 71 साल, हावर्ड बफेट 70 साल और पीटर बफेट 67 साल के हैं। एक साल पहले एपल में अपनी आधी हिस्सेदारी बेची थी बफेट की कंपनी बर्कशायर हैथवे Inc ने करीब एक साल पहले एपल में अपनी करीब 50% हिस्सेदारी बेची थी। इस बिकवाली के बाद वॉरेन बफे का कैश स्टॉक बढ़कर रिकॉर्ड 276.9 बिलियन डॉलर (करीब 23.20 लाख करोड़ रुपए) हो गया था। एक अनुमान के मुताबिक 2024 की दूसरी तिमाही में एपल में बर्कशायर का निवेश 84.2 बिलियन डॉलर (करीब 7.05 लाख करोड़ रुपए) बचा था। पहली तिमाही के अंत में बफे के पास एपल के 135.4 बिलियन डॉलर (करीब 11.34 लाख करोड़ रुपए) के शेयर्स थे। —————————– ये खबर भी पढ़ें… 1. शीर्ष 500 अरबपतियों में सबसे बड़ी ग्रोथ वॉरेन बफे की: गिरावट के बावजूद इस साल कमाए 1.9 लाख करोड़ रुपए, छठे सबसे अमीर व्यक्ति बने 2025 अब तक वैश्विक बाजारों के लिए उथल-पुथल भरा रहा है। ऐसे वक्त में जब हर दूसरी भविष्यवाणी निराशाजनक लगती है, तब बर्कशायर हैथवे सीईओ व इन्वेस्टर वॉरेन बफे (94) ने इस साल अब तक संपत्ति में 1.9 लाख करोड़ रुपए जोड़े है। 14.18 लाख करोड़ रुपए की संपत्ति के साथ वे छठे सबसे अमीर बन गए हैं। ब्लूमबर्ग इंडेक्स द्वारा ट्रैक किए गए सभी 500 अरबपतियों में सबसे बड़ी ग्रोथ बफे ने ही देखी है। शीर्ष 15 अरबपतियों में से 4 ही इस साल संपत्ति बढ़ा सके। 2008 के बाद उन्होंने दोबारा बिल गेट्स को पीछे छोड़ा है। अनिश्चितता के इस दौर में उन्होंने कहां निवेश किए और कौन सी रणनीतियां अपनाईं, जानिए विस्तार से… 2. वॉरेन बफेट के 6 इन्वेस्टिंग लेसन से मिलेगी सक्सेस: बर्कशायर हैथवे में 60 साल इनका पालन किया, इस साल CEO पद से हट जाएंगे बफेट दुनिया के सबसे बड़े निवेशक और पांचवें सबसे अमीर व्यक्ति वॉरेन बफेट ने हाल ही में घोषणा की है कि वह 2025 के अंत तक बर्कशायर हैथवे के सीईओ पद से हट जाएंगे। इसके साथ ही छह दशक का उनका कार्यकाल समाप्त हो जाएगा। बफेट और चार्ली मंगर के नेतृत्व में, बर्कशायर हैथवे एक संघर्षशील टैक्सटाइल फर्म से 1.11 ट्रिलियन डॉलर के समूह में बदल गया है। इतना ही नहीं, कंपनी के पास अब रिकॉर्ड 347.7 बिलियन डॉलर का कैश रिजर्व है। पूरी खबर पढ़ें…
वॉरेन बफेट ने 6 अरब डॉलर दान किया:गेट्स फाउंडेशन और तीन बच्चों को 1.6 करोड़ शेयर्स दिए; दो दशक में ₹5.13 लाख करोड़ डोनेट किया
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