पंजाब के लुधियाना जिले में नशे से जुड़े एक मामले में रिश्वत लेने के आरोप के बाद थाना जोधां के दो एएसआई और एक सिपाही को पुलिस लाइन भेज दिया गया है। खंडूर गांव के बलदेव सिंह ने पुलिस कर्मियों पर रिश्वत लेने और जमानत के बाद भी परेशान करने का आरोप लगाया था। शिकायतकर्ता ने भेजी थी रिकॉर्डिंग एसएसपी लुधियाना ग्रामीण डॉ. अंकुर गुप्ता ने एएसआई हरप्रीत सिंह, एएसआई हरजीत सिंह और सिपाही गुरप्रीत सिंह को तत्काल प्रभाव से लाइन हाजिर कर दिया है। बलदेव सिंह ने अपनी शिकायत के साथ पुलिस कर्मियों की बातचीत की रिकॉर्डिंग भी उच्च अधिकारियों को भेजी थी। तीन युवकों को पकड़ा था नशा करते मामला खंडूर गांव के तीन युवकों से जुड़ा है। जोधां पुलिस ने इन्हें चिट्टे का नशा करते पकड़ा था। इनमें से केवल बलदेव सिंह के खिलाफ 12 जून को केस दर्ज किया गया, बाकी दो को छोड़ दिया गया। पुलिस सूत्रों के अनुसार दो युवकों से 55-55 हजार और एक से 75 हजार रुपए की कथित रिश्वत ली गई। डीएसपी कर रहे मामले की जांच एसएसपी ने मामले की जांच डीएसपी डी. इंदरजीत सिंह बोपाराय को सौंपी है। डीएसपी मुल्लापुर दाखा वरिंदर सिंह खोसा ने कहा कि उन्हें इस जांच की कोई जानकारी नहीं है। डीएसपी डी. इंदरजीत सिंह ने पुष्टि की है कि वे छुट्टी पर थे और मामले की जांच उनके पास है। एक ही थाने में रहते है तैनात चर्चा है कि कई पुलिसकर्मी सालों से एक ही थाने में तैनात रहते हैं। लंबे समय तक एक ही जगह रहने से उनका तस्करों से संपर्क बन जाता है। कुछ की बदली होती है, लेकिन कुछ ही समय में वे फिर उसी थाने में लौट आते हैं। लौटने के बाद फिर से तस्करों से साठगांठ कर लेते हैं। इसके बाद वही पुराना खेल शुरू हो जाता है। तस्करी के मामलों में इनकी भूमिका पर सवाल उठते हैं। थानों में लंबे समय तक जमे रहने से इन पर कार्रवाई नहीं हो पाती। यही वजह है कि तस्करी पर लगाम नहीं लग पा रही।
जगराओं में रिश्वत मामले में 3 पुलिसकर्मी लाइन हाजिर:ऑडियो रिकॉर्डिंग के आधार पर कार्रवाई, नशा करते पकड़े थे तीन युवक
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