हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिले के देहरा उपमंडल के रानीताल के चेलियां गांव स्थित श्री शेष नाग देवता मंदिर में गुरुवार को नाग देवता ने भक्तों को दर्शन दिए। मंदिर के पुजारी रविन्द्र जमुआल ने बताया कि 16 जुलाई से दो माह तक चलने वाले पारंपरिक सावन-भादों मेले का आयोजन होगा। यहां की मिट्टी चमत्कारी यह मंदिर श्रद्धालुओं की आस्था का प्रमुख केंद्र है। यहां की मिट्टी और धागे को सांप-बिच्छू के काटने पर चमत्कारी माना जाता है। श्रद्धालु इस मिट्टी को घर ले जाकर पानी में घोलकर छिड़कते हैं। मान्यता है कि इससे जहरीले जीव घर में प्रवेश नहीं करते। कालसर्प दोष से मुक्ति के लिए भी यहां के दर्शन को फलदायी माना जाता है। पूरे वर्ष श्रद्धालुओं का आना-जाना पुजारी रविन्द्र जमुआल के अनुसार सैकड़ों वर्ष पूर्व जम्मू से जमुआल परिवार श्री शेष नाग देवता को पालकी में लेकर चेलियां गांव आया था। तब से यहां सावन और भादों माह में मेले का आयोजन होता है। पहले श्रद्धालु केवल मंगलवार और शनिवार को आते थे। अब पूरे वर्ष श्रद्धालुओं का आना-जाना लगा रहता है। नाग देवता करते है संकट दूर मंदिर के पुजारी राजेश्वर जमुआल और नरेंद्र जमुआल ने बताया कि नाग देवता समय-समय पर भक्तों को दर्शन देकर उनके संकट दूर करते हैं। श्रद्धालु अपनी मनोकामना पूरी होने पर धन्यवाद देने पुनः मंदिर आते हैं।
देहरा में सावन-भादों मेले की तैयारी:मंदिर में नाग देवता ने दिए दर्शन, 16 जुलाई से दो माह चलेगा कार्यक्रम
2