कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने शनिवार (28 जून, 2025) को अपनी क्रिप्टिक बर्ड पोस्ट पर प्रतिक्रिया दी, जो जाहिर तौर पर पार्टी के शीर्ष नेतृत्व की ओर लेकर की गई थी. थरूर ने कांग्रेस पार्टी के साथ अपने कथित मतभेद के बारे में सार्वजनिक रूप से बात करने से इनकार कर दिया.
अहमदाबाद में एक कार्यक्रम के दौरान पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने कहा कि अगर चर्चा करने के लिए कोई मुद्दे हैं तो उन पर निजी तौर पर चर्चा की जाएगी. मैं यहां राजनीतिक मुद्दों में नहीं पड़ने जा रहा हूं और जब समय आएगा तो मैं ऐसा करूंगा.
कांग्रेस पार्टी के साथ शशि थरूर के बढ़ते मतभेद उनके हालिया बयानों और सोशल मीडिया पोस्ट के बाद और भी स्पष्ट हो गए हैं, जो पार्टी के नेतृत्व को चुनौती देते प्रतीत होते हैं. थरूर की पोस्ट में कहा गया है कि उड़ने के लिए अनुमति मत मांगो पंख तुम्हारे हैं और आसमान किसी का नहीं है.
कांग्रेस नेता मणिकम टैगोर ने बिना नाम लिए साधा निशानाथरूर की इस पोस्ट पर कांग्रेस नेता मणिकम टैगोर ने प्रतिक्रिया दी. उन्होंने किसी का नाम लिए बिना कहा कि उड़ने के लिए अनुमति मत मांगो. पक्षियों को उड़ने के लिए अनुमति की आवश्यकता नहीं होती, लेकिन आज के समय में एक स्वतंत्र पक्षी को भी आसमान देखना चाहिए. बाज, गिद्ध और चील हमेशा शिकार करते रहते हैं. स्वतंत्रता मुफ्त नहीं है, खासकर तब जब शिकारी देशभक्ति को पंखों की तरह पहनते हैं.
#WATCH | Ahmedabad, Gujarat: On his tweet, Congress MP Shashi Tharoor says “I am not going to get into political issues here. If there are issues to discuss, they would be discussed privately, and when the time comes, I shall do so.” pic.twitter.com/NCtCOuL1iN
— ANI (@ANI) June 28, 2025
पीएम मोदी की तारीफ करने पर चिढ़े खरगेइसके अलावा थरूर और कांग्रेस नेतृत्व के बीच तनाव तब और बढ़ गया, जब उन्होंने द हिंदू में लिखे एक लेख में ऑपरेशन सिंदूर के दौरान पीएम मोदी की कूटनीति की प्रशंसा की, जिसमें उनकी ऊर्जा को भारत की वैश्विक स्थिति के लिए संपत्ति बताया. पीएमओ की तरफ से भी इस लेख को शेयर किया गया.
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने अप्रत्यक्ष रूप से उन्हें फटकार लगाई, यह सुझाव देते हुए कि पीएम मोदी की उनकी प्रशंसा ठीक नहीं थी. उन्होंने पूछा कि हम कहते हैं कि राष्ट्र पहले है, लेकिन कुछ लोग मोदी को पहले, देश को बाद में मानते हैं. हालांकि, थरूर ने स्पष्ट किया कि उनकी टिप्पणी राष्ट्रीय हित को दर्शाती है, न कि बीजेपी के प्रति समर्थन को.
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