प्रदेश में कोविड व्यवस्थाओं के लिए मंत्री को लिखा पत्र:सैलजा बोली-मेडिकल सुविधाएं लचर, जिन्हें ठीक करना जरूरी, हो सकती है समस्याएं

by Carbonmedia
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प्रदेश में इन दिनों कोविड के नए-नए केस मिल रहे हैं। कुछ जिलों में दो से तीन कोविड के संदिग्ध मरीज मिले हैं, जिनकी जांच करवाई जा रही है। कोविड से संबंधित मेडिकल सुविधाएं भी लचर व्यवस्था में हैं। ऐसे में कोविड दौर में मरीजों को समस्याओं को सामना करना पड़ सकता है। हालांकि, सिरसा में अभी हालात ठीक है। ऐसे में सिरसा की सांसद कुमारी सैलजा ने फरीदाबाद की स्वास्थ्य सेवाएं आईसीयू में फरीदाबाद जिले में और प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाओं की गंभीर स्थिति पर चिंता व्यक्त करते हुए प्रदेश की स्वास्थ्य मंत्री आरती सिंह राव को पत्र लिखकर आवश्यक कदम उठाने की मांग की है। अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की महासचिव एवं सिरसा की सांसद कुमारी सैलजा ने भाजपा सरकार के 11 वर्षों के कार्यकाल को झूठ का रिपोर्ट कार्ड करार देते हुए कहा कि केंद्र की भाजपा सरकार ने 26 मई 2014 को ‘अच्छे दिन’ का सपना दिखाया था, लेकिन 11 वर्षों में यह सपना एक दु:स्वप्न में बदल चुका है। ये सरकार न तो वायदे के अनुसार युवाओं को रोजगार दे पाई है, न ही किसानों की आय दुगनी कर पाई है। इस 11 सालों की सरकार में केवल झूठ, दिखावा और विफलता ही दिखाई देती है। मंगलवार को मीडिया को जारी बयान में कुमारी सांसद कुमारी सैलजा ने कहा कि केंद्र की भाजपा सरकार के 11 साल के कार्यकाल में देश के हर वर्ग युवाओं, किसानों, महिलाओं, दलितों, पिछड़ों, अल्पसंख्यक, मध्यम वर्ग को सिर्फ छलावा मिला है। सरकार ने झूठी घोषणाओं के सहारे लोगों को सब्जबाग दिखाए। भाजपा नेता ही महिलाओं का अपमान करने में लगे सांसद कुमारी सैलजा ने कहा कि महिलाओं को सुरक्षा और सम्मान देने की बात कही गई थी, लेकिन आज भाजपा के ही लोग महिलाओं का अपमान करने में लगे हुए हैं। ऐसे कथित नेताओं पर न हो पार्टी ही कोई कार्रवाई करती है और न ही सरकार। लोकतंत्र की बुनियाद को ही तोड़ दिया गया, ईडी और सीबीआई जैसी संस्थाओं का दुरुपयोग कर विपक्ष को दबाया जा रहा है। फरीदाबाद में आबादी ज्यादा, पर स्वास्थ्य सुविधाएं अपर्याप्त सैलजा ने पत्र में उल्लेख किया कि फरीदाबाद, हरियाणा का प्रमुख औद्योगिक एवं जनसंख्या घनत्व वाला जिला है, वहां लगभग 17 लाख नागरिक निवास करते हैं। इतनी बड़ी आबादी के अनुपात में यहां स्वास्थ्य सेवाएं अत्यंत अपर्याप्त हैं। फरीदाबाद का बी. के. अस्पताल मुख्य सरकारी चिकित्सा संस्थान है, लेकिन वहां डॉक्टरों एवं विशेषज्ञों की भारी कमी है, जिससे आम नागरिकों को इलाज के लिए लंबे समय तक इंतजार करना पड़ता है और गंभीर बीमारियों में जीवन संकट उत्पन्न हो जाता है। पत्र में मांग की है कि अस्पताल में तुरंत विशेषज्ञ डॉक्टरों की नियुक्ति की जाए, पैरामेडिकल स्टाफ की उपलब्धता सुनिश्चित की जाए और एक टर्शियरी लेवल मेडिकल सेंटर की स्थापना की जाए ताकि जिले के नागरिकों को समय पर उचित चिकित्सा सुविधा प्राप्त हो सके।

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