चंडीगढ़ पीजीआई प्रशासन ने मरीजों और उनके साथ आए लोगों की सुरक्षा और सुविधा को और बेहतर बनाने के लिए 300 पूर्व सैनिकों की भर्ती को मंजूरी दे दी है। ये सैनिक अस्पताल के मुख्य गेट और जरूरी स्थानों पर तैनात रहेंगे और मौजूदा सुरक्षा स्टाफ की मदद करेंगे। पीजीआई प्रशासन ने साफ किया है कि जो ठेकेदार लापरवाही करेंगे या अनुशासन का पालन नहीं करेंगे, उनके खिलाफ सीधी कार्रवाई की जाएगी। जरूरत पड़ी तो ठेका रद्द कर दिया जाएगा और कानूनी कार्रवाई भी होगी। स्वच्छता, स्वाद और बेहतर सेवा के लिए पीजीआई की कैंटीन अब IRCTC (भारतीय रेलवे की संस्था) को देने की योजना है। डिप्टी डायरेक्टर पंकज राय ने बताया कि मरीजों और उनके परिजनों को अच्छा खाना और साफ-सुथरा माहौल मिले, इसके लिए IRCTC से बातचीत चल रही है। डायरेक्टर प्रो. विवेक लाल ने कहा कि मरीजों की सुरक्षा और अस्पताल का माहौल अच्छा बनाए रखना सबसे बड़ी प्राथमिकता है। उन्होंने कहा कि ठेके पर काम करने वालों को नियमों का पालन करना होगा, वर्ना सख्त कदम उठाए जाएंगे। कैंटीन और पार्किंग सेवाओं में लापरवाही मिली बीते कुछ हफ्तों में अस्पताल की कैंटीन और पार्किंग सेवाओं में लापरवाही के मामले सामने आए हैं। कई ठेकेदारों को कारण बताओ नोटिस दिए गए हैं और कुछ के ठेके रद्द भी किए गए हैं। अब हर ठेके की नियमित जांच (ऑडिट) होगी और कोई गलती मिली तो तुरंत कार्रवाई की जाएगी। पीजीआई ने कहा है कि इन सभी फैसलों का मकसद अस्पताल की सेवाओं की गुणवत्ता, सुरक्षा और साफ-सफाई को और बेहतर बनाना है। इसके लिए ठेकेदारों पर नजर रखी जाएगी, उनकी जवाबदेही तय की जाएगी और नए तरीके से प्रबंधन किया जाएगा ताकि मरीजों को किसी भी तरह की परेशानी न हो।
चंडीगढ़ पीजीआई में 300 पूर्व सैनिकों की भर्ती को मंजूरी:कैंटीन IRCTC को देने की तैयारी, लापरवाह ठेकेदारों पर सख्ती, ठेके होंगे रद्द
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