Auraiya News: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वच्छ भारत अभियान के तहत प्रत्येक घर में शौचालय निर्माण की घोषणा की थी और भारत के प्रत्येक गांव और शहरी क्षेत्रों में शौचालय निर्माण के लिए आर्थिक सहायता दी गई. जिसके लिए मोदी सरकार ने ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों को खुले में शौच करने से बचने के लिए सार्वजनिक शौचालयों का निर्माण कराया है.
खुले में शौच मुक्त इस अभियान के तहत प्रत्येक ग्राम पंचायत में सार्वजनिक शौचालयों का निर्माण कराया गया था. औरैया जनपद की बात करें तो यहां पर 448 सार्वजनिक शौचालय ग्राम पंचायत स्तर पर बने है.लेकिन जब हमने सार्वजनिक शौचालय की पड़ताल की तो अधिकतर शौचालयों में ताला पड़ा हुआ है और शौचालय सफेद हाथी बने है.
ताला में बंद पड़े हैं सार्वजनिक शौचालयशौचालय में तालाबंदी से जहां खुले में शौच मुक्त अभियान को पलीता लगा है तो वहीं शौचालय की देख रेख में रखे गए केयर टेकर बिना किसी काम के प्रति महीने 6 हजार का मानदेय उठा रहे है. औरैया जनपद में खुले में शौच मुक्त अभियान के तहत 477 ग्राम पंचायत में से 448 में सार्वजनिक शौचालय बने हुए हैं.
लेकिन जब इन शौचालयों की पड़ताल की तो पाया कि अधिकतर शौचालय बंद हैं और इन शौचालय के लिए रखे गए केयरटेकर भी फ्री में छह हजार रुपये प्रति माह मानदेय उठा रहे हैं.बंद पड़े शौचालय में रखे गए केयर टेकर के माध्यम से गंदा घोटाला हो रहा है.
कई महीनों से बंद पड़ा है शौचालयऔरैया ब्लॉक के शहाब्दा ग्राम पंचायत में बना सार्वजनिक शौचालय भी कई माह से बंद पड़ा है और शौचालय के आसपास बड़ी घास जम आई है जबकि शौचालय में लगा ताला जंग खा चुका है.आसपास के ग्रामीणों ने बताया कि शौचालय बंद होने से लोगों को खुले में शौच जाना पड़ता है जिससे गंदगी तो फैलती है और बीमारियों का खतरा भी बना रहता है.
खुले में शौच मुक्त यानी ओडीएफ के प्रभारी अधिकारी डीपीआरओ श्रीकांत यादव से बात की तो उन्होंने बताया कि 477 ग्राम पंचायत में से 448 में शौचालय बने हुए हैं बाकी ग्राम पंचायत में जगह न मिलने कारण अभी शौचालय का काम अधूरा पड़ा है वहीं प्रत्येक ग्राम पंचायत में केयरटेकर भी रखे गए हैं उन्होंने कहा यदि शौचालय में तालाबंदी की बात सामने आएगी तो वह कार्रवाई करेंगे. इस दौरान उन्होंने शौचालय के समय पर भी बात की है.
खुले में शौच करने से बचने के लिए बनाए थे सार्वजनिक शौचालय, आधे से ज्यादा पर लटका है ताला
2
previous post