सिरसा जिले के डबवाली में पुलिस की कार्रवाई के दौरान हुए एक हादसे में घायल युवक की मौत हो गई है। घटना 20 जून की है। सीआईए कालांवाली की टीम एक निजी गाड़ी से कथित नशा तस्करी की सूचना पर मोटरसाइकिल का पीछा कर रही थी। जानकारी के अनुसार गांव अलींका में हुए इस हादसे में दो लोग घायल हुए थे। 23 वर्षीय हरमीत सिंह की एम्स बठिंडा में आठ दिन बाद मौत हो गई। 50 वर्षीय गुरशामत सिंह भी घायल हुए थे। एक अन्य युवक बाल-बाल बच गया। स्कूटी सवार भी घायल गुरशामत सिंह ने पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उनका कहना है कि उन्हें पुलिस की तेज रफ्तार कार ने टक्कर मारी थी। लेकिन पुलिस ने अपने बयान में लिखा कि उनकी मोटरसाइकिल से टक्कर हुई। गुरशामत को एसपी कार्यालय में बयान देने के लिए बुलाया गया था। वह अब भी अपने बयान पर कायम हैं। पुलिस पर आरोप है कि वह इस मामले को दबाने की कोशिश कर रही है। एक अन्य घायल स्कूटी सवार ने भी पुलिस की कार्रवाई पर सवाल उठाए हैं। सात माह पहले ही हुई थी शादी मृतक हरमीत सिंह के चचेरे भाई सुखबंत सिंह ने बताया कि हरमीत की शादी करीब छह-सात माह पहले ही हुई थी। उसके पिता का भी पहले निधन हो चुका है। हरमीत सिंह ने शुक्रवार को एम्स बठिंडा में दम तोड़ दिया। मौत के बाद शव का पोस्टमार्टम डबवाली के सरकारी अस्पताल में करवाया गया और शनिवार शाम को गांव डबवाली में ही उसका अंतिम संस्कार कर दिया गया। हरमीत की असामयिक मौत से पूरा परिवार गहरे सदमे में है और हिम्मत हार चुका है। ग्रामीणों की निष्पक्ष जांच की मांग
सूत्रों की मानें तो यह मामला नशे से जुड़ा होने के कारण उसी दिन से इसे रफा-दफा करने के प्रयास शुरू हो गए थे। एक तरफ पुलिस का कहना था कि गुरशामत सिंह की बाइक टकराई है, वहीं गुरशामत सिंह का कहना है कि उन्हें कार ने टक्कर मारी है। गांव डबवाली और अलींका के ग्रामीण इस मामले की निष्पक्ष जांच की मांग कर रहे हैं, लेकिन सवाल यह है कि जब खुद पुलिस पर ही आरोप लग रहे हैं, तो जांच कौन करेगा?
सिरसा में एक्सीडेंट में बाइक सवार की मौत:पुलिस की कार कर रही थी पीछा, घायल स्कूटी सवार ने उठाए कार्रवाई पर सवाल
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